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किसानों के धैर्य की परीक्षा न ले सरकार -मनवीर सिंह तेवतिया

locationलखनऊPublished: Jan 02, 2021 06:39:51 pm

Submitted by:

Ritesh Singh

ब्राह्मण नेता और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता नवीन दूबे, फ़िल्म निर्माता निर्देशक अजय सिंह सैंथवार, सुरेश यादव सहित सैंकड़ो की संख्या में लोगों ने प्रसपा की सदस्यता ली।

किसानों के धैर्य की परीक्षा न ले सरकार -मनवीर सिंह तेवतिया

किसानों के धैर्य की परीक्षा न ले सरकार -मनवीर सिंह तेवतिया

लखनऊ। प्रसिद्ध किसान नेता किसान नेता मनवीर सिंह तेवतिया ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव के विचारों में आस्था जताते हुए प्रसपा का दामन थाम लिया है। 2010 में अलीगढ के टप्पल में हुए किसान आंदोलन के दौरान चर्चा में आए और ग्रेटर नोएडा के भट्टा ग्राम में भूमि अधिग्रहण के ख़िलाफ़ किसानों के पक्ष में संघर्ष का बिगुल फूंकने वाले मनवीर सिंह तेवतिया को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रसपा का ध्वज देकर प्रसपा की सदस्यता दिलाई। इसी क्रम में ब्राह्मण नेता और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता नवीन दूबे, फ़िल्म निर्माता निर्देशक अजय सिंह सैंथवार, सुरेश यादव सहित सैंकड़ो की संख्या में लोगों ने प्रसपा की सदस्यता ली। इस अवसर पर अन्नदाताओं के लिए शिवपाल यादव ने कृषि सुधार (रिफार्म) योजना से संबंधित सात सूत्र जारी किए।
जो निम्न है……………..

1-जिन मंडियों को केंद्र सरकार समाप्त करना चाहती है, उन मंडियों में शिवपाल सिंह यादव के उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहते हुए किसानों की फसलों को एम.एस.पी. से अधिक रेट पर खरीदा गया था, इसलिए मण्डियों का रहना किसान हित में है, बस मंडियों व किसानों के प्रति सकारत्मक सोच रखने की आवश्यकता है।
2-किसानों मजदूरों के लिए बिजली, पानी, डीजल, पेट्रोल, खाद, बीज, सड़कों व कृषि यंत्रों व कृषि भूमि खरीद फरोख्त को टैक्स फ्री किया जाए।

3 -सरकार द्वारा जिन फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जाता है, उन फसलों को सभी कार्य दिवसों में सरकारी खरीद सुनिश्चित करने का प्रावधान किया जाए ।
4-श्रम कानूनों में संशोधन कर किसानों के श्रम (मेहनत/मजदूरी) को संवैधानिक अधिकार दिया जाना सुनिश्चित किया जाए, अर्थात मनरेगा के बराबर पूरे साल यानि 365 दिन की मजदूरी जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गणना की जाए।
5- किसान, मजदूरों की संपत्ति का आकलन सर्विल रेट से करके उनकी आवश्यकतानुसार ऋण दिया जाए जिसका किस्तों में भी भुगतान करने का प्रावधान किया जाए।

6-खाद्य पदार्थों, पेय पदार्थों व दवाइयों में मिलावट करने वालों के विरुद्ध कठोर कानून का प्रावधान किया जाये।
7- किसान का बकाया भुगतान किसी भी संस्था पर हो, उसे उसकी बकाया धनराशि पर दण्ड ब्याज दिया जाये।

इस अवसर पर शिवपाल यादव ने कहा कि किसान संकट का हल सही मायनों में हल चलाने वाला ही निकाल सकता है।
शिवपाल यादव ने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने छोटूराम, चौधरी चरण सिंह व महेंद्र सिंह टिकैत के बताए रास्तों पर चलने का संकल्प लिया है। मनवीर सिंह तेवतिया ने कहा कि सरकार स्वाभिमानी अन्नदाताओं के धैर्य की परीक्षा न ले । फ़िल्म निर्माता अजय सिंह सैंथवार ने कहा कि वह जल्द ही शिवपाल सिंह के व्यक्तित्व पर फ़िल्म बनाएंगे।
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