काठमांडू से लौटकर शिवपाल करेंगे बड़ा धमाका समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने के बाद से हर दिन नया धमाका करने वाले शिवपाल सिंह काठमांडू गए हैं। जानकारी के मुताबिक शिवपाल काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करके अपनी राजनीतिक सफलता की प्रार्थना करेंगे। काठमांडू से वापसी के बाद शिवपाल सीधे फिर इटावा आएंगे और यहां अपने नेता और कार्यकर्ताओं के साथ मोर्चे को लेकर मंथन करेंगे। करीबी नेताओं की अगर मानें तो शिवपाल सिंह पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश का दौरा शुरू करने जा रहे हैं।
ये है शिवपाल की प्लानिंग दरअसल अखिलेश यादव से मतभेदों के बाद सपा में हाशिये पर चल रहे शिवपाल सिंह ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाया। जिसके चलते शिवपाल अब अपने मोर्चे से हर उस नेता और कार्यकर्ता को जोड़ना चाहते हैं जो सपा में साइडलाइन था। शिवपाल सिंह ने काठमांडू जाने से पहले बयान देते हुए कहा कि उनका मौर्चा 2019 के लोकसभा चुनाव में पूरी मजबूती से लड़ेगा। इसके साथ ही शिवपाल ने दावा किया कि 2022 में उनके मोर्चे के बिना उत्तर प्रदेश में कोई सरकार नहीं बना पाएगा।
इन नेताओं ने थामा शिवपाल का हाथ समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने के बाद शिवपाल का मेन फोकस उन नेताओं पर है जो अखिलेश यादव से नाराज या सपा से किनारा कर चुके हैं। शिवपाल ऐसे सभी नेताओं को अपने मोर्चे के साथ लाने में जी-जीन से जुटे हैं। इसी क्रम में इटावा के पूर्व सांसद रघुराज शाक्य ने सपा को अलविदा कहते हुए शिवपाल का हाथ थामा है। रघुराज शाक्य इटावा से दो बार सपा के सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा रघुराज एक बार विधायक भी रहे। रघुराज शाक्य अपने समर्थकों के साथ समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में शामिल हुए हैं। इसके अलावा पूर्ववर्ती सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शारदा प्रताप शुक्ल, पूर्व कैबिनेट मंत्री शादाब फातिमा भी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में शामिल हो गए हैं। वहीं पीस पार्टी के पूर्व विधायक कमाल यूसुफ भी शिवपाल के मोर्चे में शामिल हुए हैं।
सपा को सीधा नुकसान पहुंचाना चाहते हैं शिवपाल दरअसल शिवपाल सिंह अपने मोर्चे के सहारे यूपी में हर जाति के वोटबैंक को साधना चाहते हैं। इसीलिए वह हर जिले में अपने मोर्चे की पैठ बना रहे हैं। शिवपाल की तैयारी प्रदेश के हर जिले में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का ऑफिस खोलने की भी है। आपको बता दें कि शिवपाल पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि उनका मोर्चा यूपी की सभी 80 सीटों पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है। शिवपाल के प्लान के मुताबिक वह अपने कैंडीडेट को खड़ा करके सपा को सीधा नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।