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जसवंत नगर विधानसभा सीट से सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि मैं हमेशा से नेताजी का सम्मान करता आया हूं। उनकी हर बात को मैंने एक आदेश के रूप में स्वीकार किया और आगे भी करूंगा। उन्होंने कहा कि नेताजी जो कहेंगे, वहीं मैं करूंगा। एक सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि मेरी कभी भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं रही। अगर बनना होता तो जब सपा सत्ता में थी, तभी बन जाता, लेकिन मेरी कभी सीएम बनने की इच्छा नहीं रही। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहाकि हम सिर्फ यही चाहते थे कि हमारा परिवार एक रहे और सभी नेताजी का सम्मान करें, लेकिन कुछ लोगों की वजह से परिवार में विघटन हुआ, जिसका खामियाजा हमे विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ा। सपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम जल्द ही नई पार्टी बनाने को लेकर फैसला ले लेंगे। इस पर नेताजी से भी चर्चा हो चुकी है। उनका जो आदेश होगा, उसे लागू किया जाएगा।
जसवंत नगर विधानसभा सीट से सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि मैं हमेशा से नेताजी का सम्मान करता आया हूं। उनकी हर बात को मैंने एक आदेश के रूप में स्वीकार किया और आगे भी करूंगा। उन्होंने कहा कि नेताजी जो कहेंगे, वहीं मैं करूंगा। एक सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि मेरी कभी भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं रही। अगर बनना होता तो जब सपा सत्ता में थी, तभी बन जाता, लेकिन मेरी कभी सीएम बनने की इच्छा नहीं रही। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहाकि हम सिर्फ यही चाहते थे कि हमारा परिवार एक रहे और सभी नेताजी का सम्मान करें, लेकिन कुछ लोगों की वजह से परिवार में विघटन हुआ, जिसका खामियाजा हमे विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ा। सपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम जल्द ही नई पार्टी बनाने को लेकर फैसला ले लेंगे। इस पर नेताजी से भी चर्चा हो चुकी है। उनका जो आदेश होगा, उसे लागू किया जाएगा।
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सपा के प्रदेश सम्मेलन (23 सितंबर) और राष्ट्रीय अधिवेशन (०५ अक्टूब) से पहले पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक व संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने 21 सितंबर को लोहिया ट्रस्ट की अहम बैठक बुलाई है। बैठक में समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व जसवंतनगर से सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव के अलावा मुलायम के सभी खास ट्रस्टी के शामिल होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इस अहम बैठक में मुलायम सिंह यादव कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। बताते चलें कि इससे पहले शिवपाल सिंह यादव मैनपुरी में इसका संकेत भी दे चुके हैं।
सपा के प्रदेश सम्मेलन (23 सितंबर) और राष्ट्रीय अधिवेशन (०५ अक्टूब) से पहले पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक व संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने 21 सितंबर को लोहिया ट्रस्ट की अहम बैठक बुलाई है। बैठक में समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व जसवंतनगर से सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव के अलावा मुलायम के सभी खास ट्रस्टी के शामिल होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इस अहम बैठक में मुलायम सिंह यादव कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। बताते चलें कि इससे पहले शिवपाल सिंह यादव मैनपुरी में इसका संकेत भी दे चुके हैं।
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शिवपाल यादव पहले भी कई बार सेकुलर मोर्चे के नाम से नया संगठन खड़ा करने की बात कहते रहे हैं। पिछले दिनों मैनपुरी में भी शिवपाल ने कहा था कि अब नेताजी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शीघ्र ही कोई बड़ा फैसला किया जाएगा। हो सकता है, यह बड़ा फैसला लोहिया ट्रस्ट की बैठक में ही लिया जाए। हालांकि, मुलायम सिंह यादव कई बार सेक्युलर मोर्च के गठन से इनकार कर चुके हैं। वह बार-बार परिवार में एकता की बात करते रहे हैं।
शिवपाल यादव पहले भी कई बार सेकुलर मोर्चे के नाम से नया संगठन खड़ा करने की बात कहते रहे हैं। पिछले दिनों मैनपुरी में भी शिवपाल ने कहा था कि अब नेताजी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शीघ्र ही कोई बड़ा फैसला किया जाएगा। हो सकता है, यह बड़ा फैसला लोहिया ट्रस्ट की बैठक में ही लिया जाए। हालांकि, मुलायम सिंह यादव कई बार सेक्युलर मोर्च के गठन से इनकार कर चुके हैं। वह बार-बार परिवार में एकता की बात करते रहे हैं।
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लोहिया ट्रस्ट में मुलायम सिंह यादव मुख्य ट्रस्टी और रामगोपाल यादव ट्रस्टी सचिव हैं। इन दोनों के अलावा 11 और ट्रस्टी हैं, जिनमें अखिलेश यादव, बलराम यादव, शिवपाल सिंह यादव, आजम खान, भगवती सिंह, दीपक मिश्रा, जगपाल सिंह, रामसेवक यादव, रामनरेश यादव और राजेश यादव हैं। इनमें से ज्यादातर ट्रस्टी मुलायम के करीबी माने जाते हैं। लोहिया ट्रस्ट की बैठक में अखिलेश और रामगोपाल यादव के आने की संभावना कम ही है। क्योंकि, ट्रस्ट की पिछली बैठक में भी ये दोनों नेता शामिल नहीं हुए थे।
लोहिया ट्रस्ट में मुलायम सिंह यादव मुख्य ट्रस्टी और रामगोपाल यादव ट्रस्टी सचिव हैं। इन दोनों के अलावा 11 और ट्रस्टी हैं, जिनमें अखिलेश यादव, बलराम यादव, शिवपाल सिंह यादव, आजम खान, भगवती सिंह, दीपक मिश्रा, जगपाल सिंह, रामसेवक यादव, रामनरेश यादव और राजेश यादव हैं। इनमें से ज्यादातर ट्रस्टी मुलायम के करीबी माने जाते हैं। लोहिया ट्रस्ट की बैठक में अखिलेश और रामगोपाल यादव के आने की संभावना कम ही है। क्योंकि, ट्रस्ट की पिछली बैठक में भी ये दोनों नेता शामिल नहीं हुए थे।