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अखिलेश को बड़ा झटका देते हुए शिवपाल पहुंचे विधानसभा, सीएम योगी को बताया ईमानदार, सपा में मचा हड़कंप

locationलखनऊPublished: Oct 03, 2019 03:13:18 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

अखिलेश को बड़ा झटका देते हुए शिवपाल पहुंचे विधानसभा, सपा की बढ़ाई बड़ी मुसीबत, बहिष्कार के बीच किया ये ऐलान

अखिलेश को बड़ा झटका देते हुए शिवपाल पहुंचे विधानसभा, सपा की बढ़ाई बड़ी मुसीबत, मचा हड़कंप

अखिलेश को बड़ा झटका देते हुए शिवपाल पहुंचे विधानसभा, सपा की बढ़ाई बड़ी मुसीबत, मचा हड़कंप

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र पिछले चौबीस घंटे से जारी है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (pragatisheel samajwadi party) के अध्यक्ष व समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक शिवपाल सिंह यादव (Shivpal singh yadav) विधानसभा सत्र में शामिल होने पहुंचे। बतौर सपा विधायक के रूप में शिवपाल सिंह यादव शामिल हुए। पार्टी लाईन से विपरीत शिवपाल सिंह पहुंचे। विधानसभा के विशेष सत्र के बहिष्कार का समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया था लेकिन समा का बहिष्कार टूट गया। जसवन्तनगर विधान सभा क्षेत्र से विधायक शिवपाल सिंह यादव ने सपा के बहिष्कार की घोषणा के बाद सदन पहुंचे है।
सदन में शिवपाल यादव ने सरकार और मुख्यमंत्री की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि सरकार ने कुछ अच्छे काम किये हैं, लेकिन इसके साथ ही ख़राब कानून-व्यवस्था का भी जिक्र होना चाहिए। शिवपाल यादव ने सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रदेश का नेतृत्व ईमानदार मुख्यमंत्री के हाथों में है। मुख्यमंत्री मेहनती हैं। लेकिन पुलिस संवेदनशील नहीं है, अभी पुलिस को कसने की ज़रूरत है।
इस बीच विपक्षी दलों के कुछ ऐसे भी विधायक भी रहे, जिन्होंने पार्टी लाइन छोड़ सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया। इनमें कांग्रेस की अदिति सिंह, बसपा के अनिल सिंह (Anil Singh) और सपा के नितिन अग्रवाल (Nitin Agrawal) के नाम शामिल हैं। इसी सूची में अब एक और नाम गुरुवार को शामिल हो गया। बसपा विधायक असलम रायनी विधानसभा पहुंचे और कार्यवाही में शामिल हुए।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष दल विरोधी कानून के तहत उनकी सदस्यता रद्द करने के लिए 4 सितंबर को याचिका दी। सपा की इस याचिका पर आखिरी फैसला विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित को लेना है। शिवपाल यादव ने सपा में अखिलेश यादव से मनमुटाव के बाद अलग पार्टी बना ली है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी खड़े किए। हालांकि पार्टी को कोई जीत नहीं मिली और खुद शिवपाल यादव फिरोजाबाद से हार गए, लेकिन कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की हार के पीछे शिवपाल यादव की भूमिका को अहम माना जा रहा है।
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