उपचुनाव में मुझे किसी ने बुलाया ही नहीं इटावा मे पत्रकारो से वार्ता में उपचुनाव के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि किसी ने मुझसे चुनाव को लेकर कुछ कहा ही नहीं, इसलिए मेरे आंख-कान बंद हैं। इन चुनावों में हम बिल्कुल शांत हैं।
जहॉ सपा भाजपा मे रामपुर और आजमगढ संसदीय सीटो बरकरार रखने और हथियाने की होड मची हुई है वही दूसरी ओर शिवपाल यादव की खमोशी किसी के भी गले नही उतर रही है ।
अखिलेश यादव के भाई आजमगढ़ से लड़ेंगे चुनाव आजमगढ़ सीट से शिवपाल के भतीजे धर्मेंद्र यादव खुद चुनाव मैदान में हैं तो वही रामपुर सीट से आजम खान के करीबी सपा उम्मीदवार को जीत दिलाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं । यही वजह है कि शिवपाल यादव उपचुनाव में सपा का खुलकर समर्थन नहीं कर रहे तो विरोध भी नहीं कर पा रहे। शिवपाल का दर्द यह कह कर भी छलक आया कि उनसे कोई हाथ ये आशीर्वाद नहीं ले रहा है । ऐसे में उन्होने अपने आंख कान बंद कर लिये है।
शिवपाल यादव ने सपा के पक्ष में बनाया था माहौल
अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच 2017 के विधानसभा चुनाव के समय बनी दूरियां 2022 के कुछ कम हुई लेकिन जब नतीजा सपा गठबंधन के पक्ष मे नही आया तो एक बार फिर से तल्खी कायम हो गई है। सपा के सिंबल पर चुनाव लड विधानसभा पहुंचे शिवपाल समय समय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते रहते है इसी को लेकर सपा प्रमुख आये दिन यह कहते हुए भी देखे गये है कि उनके चाचा को भाजपा और योगी जी ने अधिक पंसद कर रहे है ।