मालूम हो कि बुधवार को राजधानी लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अपना ७९वां जन्मदिन मनाया। इस दौरान उनके बेटे व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव , चचेरे भाई प्रो. रामगोपाल यादव समेत अखिलेश गुट के सभी बड़ेे नेता मौजूद रहे, लेकिन मुलायम के करीबी शिवपाल सिंह यादव कार्यक्रम से गायब रहे। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब शिवपाल मुलायम के साथ नजर नहीं आए। इसके पहले भी वे राजधानी में आयोजित डॉ. राम मनोहर लोहिया की ५१वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम में मुलायम के साथ नहीं दिखे थे। बताते चलें कि फिलहाल अभी तक शिवपाल मुलायम सिंह यादव के साथ उन आयोजनों में नजर नहीं आएं, जिसमें अखिलेश शामिल हुए हों।
शिवपाल यादव ने ट्वीट कर दी मुलायम को बधाई सपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन की बधाई दी है। उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा है कि ‘आदरणीय श्री मुलायम सिंह यादव जी जन्मदिन की हार्दिक बधाईÓ। बताया जाता है कि शिवपाल इस वक्त इटावा में हैं।
अखिलेश ने पिता को ओढ़ाया साल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने 79 किलो का केक काटा। मुलायम ने पुत्र अखिलेश को केक खिलाया। इसके बाद किरणमय नन्दा को भी उन्होंने केक खिलाया। 2016 के बाद ये पहला मौका है, जब एक ही मंच को मुलायम और अखिलेश ने साझा किया। इसके बाद मुलायम सिंह यादव को शाल ओढ़ाकर अखिलेश ने सम्मान किया। इस दौरान मुलायम के साथ सपा एमएलसी आशु मलिक और सपा छोड़ चुके नारद राय, सांसद
धर्मेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी, राम आसरे विश्वकर्मा समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूर रहे।
… तो 47 नहीं, 247 सीटें जितनी सपा अपने जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि वे अखिलेश को आशीर्वाद देते हंै और देते रहेंगे। वह बेटा पहले है और नेता बाद में। उन्होंने कहा कि अखिलेश अच्छा लड़का भी है और अच्छा मुख्यमंत्री भी रहा। मुलायम ने कहा कि आज समाजवादी पार्टी हमारे बनाये हुए पद चिन्हों पर चल रही है। भाषा के नाम पर भेदभाव नहीं करना चाहिए। हिन्दू-मुस्लिम के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए। महिला-पुरुष में भी भेदभाव नहीं करना चाहिए। हम सरकार में रहे तो कोशिश की समता व संपन्नता बनी रहे। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने मुख्यमंत्री रहते प्रदेश का काफी विकास किया। उसने सभी वादे पूरे किए। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में अखिलेश की टीम ने उसकी मेहनत पर पानी फेरा, नहीं तो पार्टी 47 नहीं, 247 सीटें पाती।