scriptग्राहक बनकर दुकान पहुंचे पुलिसकर्मी, मुनाफाखोरों ने इन्हें नहीं बख्शा, यह थी फिक्स्ड रेट लिस्ट | Shopkeepers caught selling goods at higher rates | Patrika News

ग्राहक बनकर दुकान पहुंचे पुलिसकर्मी, मुनाफाखोरों ने इन्हें नहीं बख्शा, यह थी फिक्स्ड रेट लिस्ट

locationलखनऊPublished: Apr 04, 2020 07:12:17 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

यूपी सरकार के आदेशों को बावजूद बाजारों में कुछ दुकानदार मुनाफाखोरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

lockdown

lockdown

लखनऊ. यूपी सरकार के आदेशों के बावजूद बाजारों में कुछ दुकानदार मुनाफाखोरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को प्रशासन नेे कई जगह मुआयना किया तो पाया कि कुछ दुकानदार 15-20 फीसदी तक का मुनाफा कमा रहे हैं। ऐसे लोगों पर प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। शनिवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने भी बताया कि प्रदेश भर में कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों के खिलाफ 127 एफआईआर दर्ज की गई है, वहीं 187 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को भी और मजबूत किया गया है।
ग्राहक बन पहुंचे पुलिसकर्मी-

लखनऊ में प्रशासन को जमाखोरी मिल रही शिकायतों की जांच के लिए एसडीएम ने चालक तो एसीपी ने दो महिला सिपाहियों को ग्राहक बनाकर भेजा। एसडीएम और एसीपी काकोरी को दुबग्गा चौराहा और काकोरी क्षेत्र स्थित किराना दुकानों पर तय मूल्य से ज्यादा कीमत पर सामान बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी। इस पर एसीपी सैयद मोहम्मद कासिम आबिदी ने महिला सिपाही अनिता व रेखा तो एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी ने चालक जितेंद्र शर्मा को ग्राहक बनाकर भेजा। अनीता और रेखा ने एक-एक किलो दाल खरीदी। दुकानदार ने 110 प्रति किलो कीमत बताई। इस पर दोनों ने कहा कि प्रशासन ने तो दाल का मूल्य 88 से 92 रुपये तय किया है। जब दोनों ने परिचय दिया तो दुकानदार ने माफी मांगी।

यहीं पर कैलाश की दुकान पर आलू-प्याज खरीदने पहुंचे जितेंद्र को इसकी 50 रुपये कीमत गई। उन्होंने जब खुद की पहचान उजारग कर बताया कि वह एसडीएम का चालक है तो दुकानदार के होश उड़ गए। पीछे से पहुंचे दोनों अफसरों ने सब्जी दुकानदार को फटकार लगाई। मूल्य से अधिक दामों में न बेचने की हिदायत दी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो