राजधानी लखनऊ में दारुलशफा से लेकर विभिन्न पार्टियों के कार्यालयों के सामने चुनाव प्रचार सामग्रियों की दुकानें सजी हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ, पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर पूर्व सीएम अखिलेश, मुलायम और मायावती-डिंपल यादव से जुड़ी तमाम तस्वीरें और बैनर सजाए दुकानदार बैठें हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के भी पोस्टर और आडियो-वीडियो बिक्री के लिए रखे हैं। लेकिन, खरीदार नदारद हैं।
चुनावी स्टीकर, बैज, कटआउट, टोपी, झंडे, माला, टी शर्ट और नेताओं के जीवन चरित्र की पुस्तकों पर धूल की परत जमी है। सिले-सिलाए कुर्तें-पायजामे और अगौछा। हर पार्टी के रंग में रंगी टी शर्ट। भगवा से लेकर हरे रंग तक की। लुभाने के लिए हर सामान।
लेकिन ऐसा पहली बार है कि चुनावी मौसम में इन्हें कोई पूछ नहीं रहा। पिछले 50 सालों से दारुलशफा में कुर्ते बेच रहे सफीकुर्रहमान बताते हैं कि चुनावी मौसम में ऐसी मंदी पहली बार देखी है। वे कहते हैं इतना माल फंसा दिया है। चिंता सता रही है पैसा कहीं डूब न जाए।