श्रीराम जन्मभूमि को लेकर पहला मुकदमा जब महंत रघुवर दास ने किया दावा
लखनऊPublished: Oct 12, 2023 08:02:50 am
Ram Mandir Katha: ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ जैसी मुगलकालीन न्याय व्यवस्था से अब छुटकारा मिलने लगा था। देश में आधुनिक न्याय व्यवस्था की प्रारंभिक शुरुआत हो चुकी थी। फैजाबाद के जिला जज की अदालत में 25 मई 1885 को मामला पहुंचा और कानूनी लड़ाई का सूत्रपात हो गया...।


महंत रघुवर दास ने चबूतरे के निर्माण और उसके मालिकाना हक का दावा करते हुए फैजाबाद के उपन्यायधीश की अदालत में 25 मई 1985 को मुकदमा दायर कर दिया।
1857 के विद्रोह की आग में देश जल ही रहा था...। दूसरी तरफ अयोध्या में जन्मभूमि को लेकर हिंदु मुस्लिम के झगड़े बढ़ते जा रहे थे। इससे तंग आए अंग्रेजी शासन ने विवादित स्थल को तारों के बाड़े से घेर दिया। हिंदु मुस्लिम दोनों को पूजा और नमाज की इजाजत दे दी गई। इससे माहौल कुछ शांत होता दिखा लेकिन यह अधिक दिनों तक नहीं चल सका।