यादव बने प्रधानमंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि तेजस्वी के अखिलेश-मायावती से मिलने के बाद कांग्रेस की बिहार में धड़कने बढ़ गई हैं। इसके साथ ही सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मायावती के डर को भी उजागर किया है। जानकारी के मुताबिक तेजस्वी ने अखिलेश से यादव को ही प्रधानमंत्री बनाने की बात कही है। इसका मतलब या तो मुलायम सिंह यादव या फिर तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद यादव को मैदान में उतारा जाए।
गठबंधन का नहीं पड़ेगा असर इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि सपा-बसपा गठबंधन से आगामी चुनाव में फर्क नहीं पड़ता। जनता ने विकास को वोट दिया है और आगे भी विकास को ही वोट देगी। उन्होंने कहा कि पिछली लोकसभा सीट से इस बार एनडीए ज्यादा सीटें जीतेगी। अगला चुनाव भी पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।