डॉ. विनय कुमार सिंह यादव बताते हैं कि गर्भावस्था में ही गर्भस्थ शिशु में इम्युनिटी सिस्टम विकसित होने लगता है। वैसे तो इम्यूनिटी सिस्टम बहुत ही व्यापक, सधन एवं जटिल तंत्र है जो हर अंग में आवश्यकता अनुसार समरूप एवं अलग अलग ढंग से काम करता है। हमारे इम्यूनेट सिस्टम की यह विशेषता होती है कि ऐसा कोई भी कारक जो रोग वाहक अथवा रोग प्रदान करने वाला हो सर्वप्रथम उसको पहचानता है, पहचाने के बाद उसको समूल नष्ट करने या रोकने की योजना बनाता है।
डॉ. विनय के मुताबिक नियमित दिनचर्या, योग, व्यायाम से हम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा भोजन में आवश्यक विटामिन, मिनिरल, प्रोटीन को संतुलित मात्रा में लेकर इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं। विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन ए, आयरन, कैल्सियम, प्रोटीन इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
– मछली, गाजर आदि में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। इसका सेवन करें।
– ओट्स का इस्तेमाल करें। इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर्स और एंटी-माइक्राबियल गुण पाए जाते हैं।
– विटामिन डी की कमी न होने दें, इम्यून सिस्टम बढ़ेगा।
– विटामिन सी के इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
– ग्रीन टी और ब्लैक टी इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद हैं। दिन में दो बार से अधिक न पियें।
– कच्चा लहसुन भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने में सहायक होता है।
– दही के सेवन से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
– आयरन और प्रोटीन की कमी न होने दें। इसके लिए हरी सब्जी, पनीर और दूध आदि का इस्तेमाल करें।
– शरीर में चर्बी का अनावश्यक रूप से जमा होना
– वजन बहुत कम होना
– फास्टफूड, जंकफूड आदि का ज्यादा सेवन
– शरीर को ठीक से पोषण न मिलना
– धूम्रपान, शराब, ड्रग आदि का सेवन
– पेनकिलर, एंटीबॉयोटिक आदि दवाओं का लंबे समय तक सेवन
– लंबे समय तक तनाव में रहना
– लंबे समय तक कम नींद लेना अथवा अनावश्यक रूप से देर तक सोना
– शारीरिक श्रम का अभाव
– प्रदूषित वातावरण में लंबे समय तक रहना