अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों की मांगों की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। उनकी बात मानने से राष्ट्र का गौरव बढ़ेगा। भाजपा नेतृत्व एवं सरकार को किसानों के प्रति अपनी भाषा भी मर्यादित रखनी चाहिए। उनके विरूद्ध अनर्गल और निराधार आरोप नहीं लगाने चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा किसानों की मुख्य मांग यही है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए क्योंकि किसान हितों के ये विरोधी है। एमएसपी की अनिवार्यता से किसान को उसकी फसल का लाभकारी दाम मिल सकेगा। भाजपा को समझना चाहिए कि जिनके लिए यह कानून बना है उन्हें ही जब यह स्वीकार्य नहीं है तो फिर इसका क्या फायदा। किसानों पर इसे क्यों थोपा जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों की पार्टी है। वह किसानों के पूर्ण समर्थन में है। किसानों ने भारत को आत्मनिर्भर बनाया है। यह त्याग और कुर्बानी करने वाला समाज है। समाजवादी पार्टी ने किसानों के समर्थन में किसान यात्रा और समाजवादी घेरा कार्यक्रम चलाये हैं। 26 जनवरी 2021 को गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर समाजवादी पार्टी किसानों के साथ गणतंत्र दिवस मनाएगी और चंद पूंजीघरानों के हाथों कृषि को गिरवी रखने वाली भाजपाई साजिषों का पर्दाफाश करेगी। इस दिन राज्य भर की प्रत्येक तहसील पर किसान अपने-अपने ट्रैक्टरों पर तिरंगा झण्डा लगाकर आयेंगे और समाजवादियों के साथ राष्ट्रीय ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होकर एकता का प्रदर्शन करेंगे।