आवागमन के सभी साधन आस्थावानों की भीड़ से ठसाठस भरे नजर आए। बता दें कि चित्रकूट में कि इस अमावस्या के बाद दीपावली अमावस्या में इससे दो गुनी भीड़ उमड़ती है। Somvati व दीपावली अमावस्या का खास महत्व है बुन्देलखण्ड में चित्रकूट को लेकर रेलवे व परिवहन विभाग ने यूं तो यात्रियों के मद्देनजर अपनी सुविधाएं बढ़ा दी थीं लेकिन वो भी नाकाफ़ी रहीं। यात्रियों ने मौत को दावत देते हुए ट्रेन व बसों की छत पर यात्रा की।
Indian Railway प्रशासन भी लापरवाह नजर आया, रेलवे को इस बात का अंदाजा है कि हर बार सोमवती व दीपावली अमावस्या पर श्रद्धालुओं का भारी हुजूम उमड़ता है फिर भी रेल विभाग की तरफ से उतनी व्यवस्था ट्रेन की नहीं की जाती, जितनी अपेक्षित होती है। Somvati Amavasya को लेकर यूपी व एमपी के पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख़्ता इंतजाम किए थे।
Somvati Amavasya पर लाखों श्रद्धालुओं ने चित्रकूट पहुंचकर पवित्र मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाई और कामतानाथ पर्वत की परिक्रमा की। पूरे बुन्देलखण्ड सहित देश भर से चित्रकूट पहुंचे श्रद्धालुओं के मुख से निकलती राम नाम ध्वनि से वातावरण पूर्णतः भक्तिमय हो उठा। सिर पर गठरी हाथों में ढोल मजीरे के साथ राम नाम का कीर्तन करते श्रद्धालुओं के चेहरे पर थकान का निशान तक नहीं था।
जनपद के मानिकपुर शिवरामपुर बहिलपुरवा व चित्रकूटधाम रेलवे स्टेशन पर आस्थावानों की भारी भीड़ उमड़ी। बस व टेंपो टैक्सी स्टैंड श्रद्धालुओं के हुजूम से गुलजार हो उठे। पुलिस प्रशासन मुस्तैद अमावस्या मेले में भारी सैलाब उमड़ने को लेकर विगत हफ्ते भर से यूपी व एमपी का पुलिस प्रशासन तैयारियां कर रहा था। दोनों राज्यों के उच्चाधिकारियों ने कई बार बैठक का मेले में सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार किया, क्योंकि तीन साल पहले इसी सोमवती अमावस्या पर कामतानाथ परिक्रमा मार्ग के एमपी परिक्षेत्र में भगदड़ मच गई थी। जिसमें दर्जन भर से अधिक श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई व कई गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। सुरक्षा के मद्देनजर रामघाट पर बम निरोधक दस्ता गोताखोर की टीम डॉग स्क्वायड व लगभग डेढ़ हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए। मेला क्षेत्र के एमपी परिक्षेत्र में भी इसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की गई। पूरे मेला क्षेत्र में 14 सीओ 26 एसओ 50 एसआई 600 पुरुष कॉन्स्टेबल 50 महिला कांस्टेबिल 4 महिला एसआई 50 यातायात सिपाही 2 कम्पनी पीएसी 40 ख़ुफ़िया विभाग के लोग व दो बम निरोधक दस्ता तैनात किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है। श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित न होने पाए इसलिए कई जगहों से रूट डायवर्जन किया गया।
रेल व परिवहन विभाग की तैयारी अमावस्या मेले को लेकर Indian Rail व UP Parivahan Vibhag ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा के कमर कसते हुए अपनी तैयारियां की। परिवहन विभाग की तरफ से लगभग 120 बसों का अतिरिक्त इंतजाम चित्रकूट सहित इलाहाबाद फतेहपुर कौशाम्बी बांदा बनारस व मध्य प्रदेश के सतना रीवा सागर जनपदों से आवागमन के लिए किया गया, वहीं दूसरी तरफ रेल प्रशासन की तरफ से झांसी व बांदा से चार मेला स्पेशल ट्रेन चलाई गईं, लेकिन वो भी नाकाफी नजर आईं।