उधर समाजवादी पार्टी के ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है कि महंगाई, महंगाई, महंगाई, दिन प्रतिदिन पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाकर सरकार आम आदमी के जख्मों को कुरेद रही है। लगातार नौवें दिन दामों में बढ़ोतरी कर भाजपा ने साबित कर दिया है कि उसे जन सरोकार से नहीं सिर्फ अपनी तिजोरी भरने से मतलब है। ज्ञात हो कि पिछले कई दिनों से पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी से जनता परेशान हो चुकी है। कई शहरों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के पार हो चुका है। तेल कंपनियां हर रोज 80-80 पेसे की बढ़ोतरी कर रही हैं।
अब तक छह रुपये अधिक बढ़ चुके हैं दाम। 22 मार्च से पहले करीब साढ़े चार महीने के लंबे अंतराल से कीमतें स्थिर थीं। इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया था। इसके बाद 22 मार्च को पहली बार कीमतों में वृद्धि की गई और तब से अब तक कीमतों को कुल 6.40 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाया गया है।
उधर, पेपर लीक के मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के इंटरव्यू की वीडियो डाली है और लिखा है कि शायद मुख्यमंत्री जी का आशय ये है कि 8-10 बार नहीं उससे ज्यादा बार पेपर लीक हुए हैं। इससे पहले उन्होंने लिखा था कि उप्र भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है। युवा कह रहे हैं कि रोजगार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है। भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफियाओं पर दिखाने के लिए सही, कागज का ही बुलडोजर चलवा दे।