2019 से पहले विपक्षी एकता का लिटमस टेस्ट होंगे पंचायत उपचुनाव
सीटों के बंटवारे पर फंसा पेंचगोरखपुर-फूलपुर के बाद कैराना और नूरपुर उपचुनाव में जीत से उत्साहित सपा-बसपा महागठबंधन बनाने की बात कर रहे हैं। यूपी में इसे लेकर लंबे समय से बातचीत चल रही है। महागठबंधन पर सभी दल सहमत हैं, लेकिन मामला सीटों के बंटवारे पर अटका है। बसपा सुप्रीमो मायावती पहले ही कह चुकी हैं कि वह महागठबंधन के साथ हैं, लेकिन सम्मानजनक सीटें मिलने पर ही वह गठबंधन में शामिल होंगी। हालांकि, अखिलेश यादव गठबंधन पर नरम रुख अपनाये हैं। उन्होंने सीटें कम मिलने की दशा में भी गठबंधन को तैयार हैं।
सूत्रों की मानें तो बहुजन समाज पार्टी यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 40 सीटें मांग रही है। इसके अलावा मायावती कांग्रेस से राजस्थान, मध्य प्रदेश और झारखंड में भी गठबंधन करना चाहती हैं। गौरतलब कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और झारखंड में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश के मुकाबले कांग्रेस का प्रभाव काफी ज्यादा है। मायावती चाहती हैं यहां भी कांग्रेस पार्टी बसपा से गठबंधन करे और ठीक-ठाक सीटें शेयर करें।