एनकाउंटर पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांगा जवाब
माफी मांगे मुख्यमंत्री और डीजीपी : सपा प्रवक्तासपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि अनुराग भदौरिया ने कहा कि गनीमत थी कि मृतक के साथ एक मित्र थी, वरना इसे भी असलहा रखकर एनकाउंटर बता दिया जाता। सना की गवाही के बाद ही मामले का खुलासा हुआ। इस दौरान परिवार को भी नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस की गोली से युवक के कत्ल के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी ओपी सिंह जनता से और मृतक के परिजनों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे और अधिक से अधिक परिवार की सहायता करें और परिवार की जिम्मेदारी लेना चाहिये। सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या जनता ने आपको इसीलिये चुना था कि अगर कार न रोकी जाये तो आपकी पुलिस गोली मारकर कत्ल कर देगी। उन्होंने कहा के ये एनकाउंटर मुख्यमंत्री के शब्द ‘ठोक देंगे’ का ही नतीजा है। वहीं, सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सत्तारुढ़ नेता संविधान को ताक पर रखकर काम कर रहे हैं।
एनकाउंटर मामले पर प्रकाश सिंह, पूर्व डीजीपी, उत्तर प्रदेश ने कहा कि अधिकतर पुलिस एनकाउंटर राज्य प्रायोजित होते हैं और 90 फीसदी एनकाउंटर फर्जी होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब राजनीतिक रूप से प्रायोजित एनकाउंटर होते हैं तो उनमें उस तबके के लोग होते हैं जो सत्ताधारी दल के लिए किसी काम के नहीं हैं या जिन्हें वो दबाना चाहते हैं।