मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों डॉक्टरों की ड्यूटी को लेकर एक आदेश जारी किया था। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों से अब केवल क्लीनिकल और मेडिकल ड्यूटी करवाने का ही काम लिया जाए। अस्पतालों के प्रबंधकीय कार्य के लिए एमबीए डिग्री धारक युवाओं की नियुक्ति की जाएगी। उत्तर प्रदेश प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ (यूपीएमएस) ने सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उच्चाधिकारियों को पत्र व मेल भेजकर कहा है कि मरीजों की सेवा के लिए डॉक्टर चाहिए, न कि प्रबंधक।