Chief Minister ने कहा कि यूपी में सिर्फ इन्सिफ़ेलाइटिस से 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। वहीं वर्ष 2017 में भी यह आंकड़ा 600 से अधिक था लेकिन 2019 में यही आंकड़ा घटकर मात्र 126 पर आ गया। उन्होने कहा कि 40 वर्षों से जहां सिर्फ एक बीमारी से हजारों बच्चों की जान चली जाती थी वहीं हमारी सरकार के प्रयास से यह बीमारी 60 फीसदी घटी है। इससे होने वाली मौत में 90 फीसदी कमी आई है। उन्होने अनुमान जताया कि इस वर्ष जिस तरह से
Corona virus के संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक जन जागरूकता स्वच्छता और सेनिटाईजेशन का कार्यक्रम चला गया और प्रदेश को जनहानि से बचाया। इसी तरह हम संचारी रोगों से होनी वाली मौतों को भी कम करेंगे।
उन्होने कहा कि बारिश में बीमारियों की संभावनाएं भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। मलेरिया, इन्सिफ़ेलाइटिस, डेंगू, चिकनगुनिया, काला जार, डायरिया आदि थोड़ी सी असावधानी से किसी के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती हैं। इसलिए इसके प्रति सभी को जागरूक होना होगा। CM ने अभियान में शामिल होने वाले दल को हरी झंडी भी दिखाई। यह दल घर-घर जाकर संचारी रोगों के बारे में जागरूक करेगा साथ ही ग्रामीण व शहरी इलाकों में इस बीमारी से बचने के लिए छिड़काव किया जाएगा। आयोजन के अंत में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने सभी का धन्यवाद दिया। साथ ही आश्वस्त किया कि यूपी को बीमारी मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
Corona के खिलाफ विशेष अभियान शुरू Chief Minister Yogi Adityanath ने Corona के खिलाफ चल रहे अभियान के प्रति स्वस्थ्य विभाग को बधाई दिया। उन्होने कहा कि जिस तत्परता के साथ 1 लाख 51 हजार Corona Hospital में बिस्तर स्वास्थ्य विभाग एवं चिकत्सा शिक्षा विभाग के पास उपलब्ध हैं। हम आज तक 25,000 टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर चुके हैं। उन्होने उम्मीद जताई कि जल्द ही यह क्षमता 30,000 तक पहुंच जाएगी। CM ने बताया कि कल से मेरठ मण्डल (मेरठ , गाज़ियाबाद, गौतमबुद्ध नगर बुलंदशहर, हापुड़ और बाघपत) में शत प्रतिशत सैंपलिंग के की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही 5 जुलाई से यही अभियान पूरे प्रदेश में चलेगा। इसके तहत हर नागरिक की स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्होने कहा कि मेरा मानना है सर्विलांस मौत के आंकड़ों को रोकने में बहुत प्रभावी भूमिका का निर्वहन कर सकता है।
कई विभाग मिलकर रोकेंगे संचारी रोग प्रदेश के कई विभाग आपस में समनव्य स्थापित कर विशेष संचारी रोग अभियान को सफल बनाएंगे। इसमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (नोडल विभाग), नगर विकास, पंचायती राज ,ग्राम्य विकास, पशु पालन, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा, दिव्यांग जन कल्याण,समाज कल्याण, कृषि एवं सिंचाई, सूचना विभाग आदि शामिल हैं।