इन अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना लगभग 30 से 35 हजार मरीज आ रहे हैं । मरीजों को भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है । डिप्टी सीएम के अभियान के बाद डॉक्टरों ने सुविधाओं की निगरानी बढ़ा दी है । सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने समय पर ओपीडी के संचालन के निर्देश दिए । डॉक्टर व कर्मचारियों को अस्पताल की दवा लिखने के निर्देश दिए हैं ।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ.सुधीर सिंह ने बताया कि कुलपति ने सभी डॉक्टरों को हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) के स्टोर की ही दवा लिखने के निर्देश हैं । मरीजों के प्रति अच्छा बर्ताव रखें । बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि मरीजों को अस्पताल की ही दवा लिखने के लिए कहा गया है । अस्पताल में पर्याप्त दवाएं हैं। जांच की सुविधा भी मुफ्त मुहैया कराई जा रही है । सुबह और शाम को राउंड लिया जा रहा है । इमरजेंसी में सभी मरीजों को इलाज मुहैया कराने के निर्देश हैं ।
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