scriptराज्यपाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह देखें तस्वीरें | Patrika News
लखनऊ

राज्यपाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह देखें तस्वीरें

4 Photos
5 years ago
1/4

Governor Anandiben Patel ने सम्मान प्राप्त शिक्षकों को बधाई देते हुये कहा कि शिक्षक संवेदनशील बनें तथा बच्चे की प्रतिभा को पहचानकर आगे बढ़ायें। विद्यार्थियों में स्वाभिमान व आत्म-सम्मान की नींव डालें। शिक्षक गलतियों को सुधारता है। एक शिक्षक को विद्यार्थी की पारिवारिक स्थिति को समझना चाहिए। बच्चों के विकास के लिये उनके सामने कोई विषय रखें तथा उसके बारे में बच्चों में लिखने की आदत डालें। छोटी-छोटी बातें भी बड़ी सीख देती हैं। उन्होंने कहा कि सुयोग्य एवं कुशल शिक्षकों की नियुक्ति से विद्यार्थियों का भविष्य बनता है।

2/4

Governor ने कहा कि बच्चों में स्वच्छता की आदत डालें। अपने अनुभव को साझा करते हुये उन्होंने कहा कि वह स्वयं बचपन से शिक्षकों के साथ विद्यालय की सफाई के लिये श्रमदान करती थीं। स्वच्छता और सफाई का भाव महात्मा गांधी ने शुरू किया था जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगे बढ़ाया। उन्होंने बताया कि समाचार पत्रों से उन्हें ज्ञात हुआ कि एक शिक्षक ने अपने एक माह के वेतन रूपये अस्सी हजार से बालिकाओं के लिये विद्यालय में शौचालय का निर्माण कराया। यह संवेदना और विचार का विषय है। ऐसे अच्छे शिक्षकों को समाज के सामने प्रस्तुत करने की जरूरत है जिससे शिक्षक और विद्यार्थी दोनों प्रेरणा लें। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की सराहना की।

3/4

Chief Minister Yogi Adityanath ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुये कहा कि जीवन का लम्बा अनुभव ही शिक्षा की वास्तविकता होती है। हम सबका जीवन सीखने के लिये है, हर घटना हमें सीखाती है। आवश्यकता इस बात की है कि उसे हम स्वयं से कैसे जोड़ें। उत्तर प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा, पठन-पाठन के लिये उपयुक्त वातावरण, प्रतिस्पर्धा के लिये प्रोत्साहन आदि से लोगों के नजरिये में बदलाव आया है। सरकार ने शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती भी प्रारम्भ कर दी है। उन्होंने कहा कि निजी शिक्षण संस्थान प्रदेश के सहयोगी हैं, सरकार ने उनके लिये भी नियमावली बनायी है तथा निजी विश्वविद्यालय अधिनियम भी बनाया है।

4/4

Chief Minister ने कहा कि शिक्षा में परिवर्तन दिखना चाहिए। केवल डिग्री नहीं, विद्यार्थियों का भविष्य भी उज्जवल होना चाहिए। विद्यार्थियों को अपने विषय का ज्ञान होना चाहिए। शिक्षक लेखन का कार्य करें जिससे आगे आने वाली पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले। केवल सिद्धांतिक नहीं बल्कि व्यवहारिक ज्ञान भी अर्जित करें। महिला सशक्तीकरण पर विचार करने की आवश्यकता है। देश के विकास में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अध्यापक अपनी जिम्मेदारी को महसूस करते हुये भावी पीढ़ी का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों पर विद्यालयों में चर्चा होनी चाहिए।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.