एसटीएफ के अनुसार इस काले कारोबार से जुड़े तीन और लोग निशाने पर हैं। इनके इस धंधे में शामिल होने के सबूत सामने आए हैं। जल्द ही इन्हें हिरासत में लिया जाएगा। यही नहीं मामले में कई ब्लड बैंकों के भी इस गोरखधंधे में शामिल होने का पता चला है।
एसटीएफ के मुताबिक, मड़ियांव में यह काला कारोबार काफी लंबे समय से चल रहा था, एसटीएफ ने करीब 15 दिनों तक ब्लड बैंक की रेकी की। सबूत और साक्ष्य जुटाने के बाद एसटीएफ के डिप्टी एसपी अमित नागर के नेतृत्व में देर रात तक छापेमारी जारी रही।