वसीम रिजवी ने बीते महीने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इसमें कहा गया था कि कुरान की 26 आयतों में इंसानियत के मूल सिद्धांतों की अवहेलना की गई है। ये आयतें धर्म के नाम पर नफरत, घृणा, हत्या, खून खराबा फैलाने वाली और आतंक को बढ़ावा देने वाली हैं। मदरसों में बच्चों को इन्हीं आयतों को पढ़ाकर उन्हें कट्टरपंथी बनाया जा रहा है। याचिका में कहा गया था कि कोई भी ऐसी तालीम जो आतंकवाद को बढ़ावा देती है, उसे रोका जाना चाहिए।
देश भर में रिजवी का हुआ था विरोध
कुरान से 26 आयतों को हटाने मांग करने पर देशभर में मुस्लिम संगठनों एवं धर्मगुरुओं ने वसीम रिजवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। विरोध में रिजवी के खिलाफ जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी के कई शहरों में मुकदमे दर्ज हुए थे। शिया और सुन्नी समुदाय के उलेमाओं ने फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज कर दिया था। इतना ही नहीं, वसीम रिजवी के परिवार के लोग भी उनके खिलाफ हो गए और मां और भाई ने रिजवी से अपना नाता तोड़ लिया है।
कुरान से 26 आयतों को हटाने मांग करने पर देशभर में मुस्लिम संगठनों एवं धर्मगुरुओं ने वसीम रिजवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। विरोध में रिजवी के खिलाफ जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी के कई शहरों में मुकदमे दर्ज हुए थे। शिया और सुन्नी समुदाय के उलेमाओं ने फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज कर दिया था। इतना ही नहीं, वसीम रिजवी के परिवार के लोग भी उनके खिलाफ हो गए और मां और भाई ने रिजवी से अपना नाता तोड़ लिया है।