ग्रिड फेल होने से तीनों थर्मल ठप
जयपुरPublished: Jan 17, 2016 01:54:00 am
लोकल विद्युत ग्रिड में फाल्ट के चलते शुक्रवार रात छबड़ा सुपर थर्मल पावर
प्लांट सहित झालावाड़ काली सिंध एवं कवाई के अदानी पावर प्लांट ठप हो जाने
से विद्युत उत्पादन बंद हो गया।
लोकल विद्युत ग्रिड में फाल्ट के चलते शुक्रवार रात छबड़ा सुपर थर्मल पावर प्लांट सहित झालावाड़ काली सिंध एवं कवाई के अदानी पावर प्लांट ठप हो जाने से विद्युत उत्पादन बंद हो गया।
राज्य विद्युत उत्पादन निगम जयपुर के डायरेक्टर एमके अग्रवाल के अनुसार शुक्रवार रात डेढ़ बजे करीब ग्रिड फेल हो गया था। जिससे छबड़ा सुपर थर्मल पावर प्लांट में फुल लोड पर संचालित 250-250 मेगावाट क्षमता की दूसरी, तीसरी व चौथी इकाइयां बंद हो गई। तथा शनिवार को भी दिन भर उत्पादन ठप रहा। जिसमें दूसरी इकाई को शनिवार शाम सिंक्रोनाइज कर दिया गया एवं विद्युत उत्पादन शुरू हो गया। वहीं तीसरी व चौथी इकाइयों को भी सिंक्रोनाइज करने की प्रक्रिया जारी है।
सूत्रों के अनुसार ग्रिड फेल होने से झालावाड़ काली सिंध विद्युत परियोजना की 660-660 मेगावाट क्षमता की इकाइयों सहित कवाई में निजी कंपनी अदानी पावर प्लांट की 660-660 मेगावाट की इकाइयां भी ट्रिप होने से इनमें विद्युत उत्पादन ठप हो गया था, जो शनिवार को भी दिन भर ठप रहा।
पांचवीं इकाई इसी वर्ष सिंक्रोनाइज
राज्य विद्युत उत्पादन निगम जयपुर के डायरेक्टर एमके अग्रवाल ने कहा कि छबड़ा सुपर थर्मल पावर प्लांट की 250 मेगावाट की पहली इकाई इसी माह जनवरी के अंत में एवं छबड़ा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट की 660 मेगावाट क्षमता की 5 वीं इकाई भी इसी वर्ष के अंत में सिंक्रोनाइज की जाएगी।
अग्रवाल ने शनिवार को छबड़ा सुपर थर्मल पावर प्लांट में संचालित 250-250 मेगावाट क्षमता की दूसरी, तीसरी व चौथी इकाइयों एवं 6 माह पूर्व प्लांट में जीटी यार्ड में आगजनी व जनरेटर ट्रांसफार्मर जलने से बंद पड़ी 250 मेगावाट की पहली इकाई का जायजा लिया।
अग्रवाल ने बताया कि नया जनरेटर ट्रांसफार्मर दो चार दिन में ही थर्मल में पहुंच जाएगा। यह ट्रांसफार्मर छबड़ा का रेलवे फाटक पार कर चुका है। ट्रांसफार्मर आते ही इसे लगाने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर इसी माह के अंत में इकाई को सिंक्रोनाइज किया जाएगा।
उन्होंने छबड़ा सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट में निर्माणाधीन 660-660 मेगावाट क्षमता की 5 वीं व छठी इकाइयों के निर्माण की भी प्रगति देखी और कार्यों पर संतोष जताते हुए कहा कि पांचवी इकाई का कार्य 70 फीसदी तक पूर्ण हो चुका है। इस इकाई में टरबाइन का महत्वपूर्ण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इकाई को इसी वर्ष सितंबर के अंत में सिंक्रोनाइज किया जाएगा।