लखनऊ

अयोध्या फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को किया तलब, 12 बजे सुप्रीम कोर्ट में रहेंगे मौजूद

अयोध्या राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला आने में अब कुछ ही समय रह गया है।

लखनऊNov 08, 2019 / 11:33 am

आकांक्षा सिंह

अयोध्या फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को किया तलब, 12 बजे सुप्रीम कोर्ट में रहेंगे मौजूद

लखनऊ. अयोध्या राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला आने में अब कुछ ही समय रह गया है। इसी क्रम में उच्चतम न्यायाल ने यूपी के डीजीपी ओपी सिंह और चीफ सेक्रेटरी आरके तिवारी को तलब किया है। डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी शुक्रवार दोपहर 12 बजे सुप्रीम कोर्ट में मौजूद रहेंगे। कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट अपने फैसले से पहले दोनों अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था की जानकरी लेगा।

रिटायर हो रहे चीफ जस्टिस

बता दें कि 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं। इसलिये यह उम्मीद लगाई जा रही है कि अगले हफ्ते तक मामले पर फैसला आ सकता है। फैसले के चलते प्रदेश भर में कानून व्यवस्था का जायजा लेने के लिए डीजीपी और मुख्य सचिव को सर्वोच्च न्यायालय में तलब किया गया है। इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिले जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर उन्हें सख्ती बरतने के निर्देश दिये। सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि सोशल मीडिया पर शेयर किए भड़काऊ पोस्ट्स पर तत्काल कार्रवाई करें। आने वाले फैसले को लेकर जनता, नेताओं और धार्मिक गुरुओं के साथ सभी से संवाद लगातार बनाए रखें।

सीएम योगी ने दिये सख्त निर्देश

सीएम योगी ने लखनऊ समेत हर जनपद में कंट्रोल रूम को राउंड द क्लॉक चलाने का आदेश दिया है। साथ ही कहा कि फुट पेट्रोलिंग (पैदल गश्त) के साथ जिलों में पीस कमेटी मीटिंग को निरंतर किया जाए और डायल 112 को लेकर जनता को और अधिकार जागरूक बनाया जाए। अराजकता फैलाने वालों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जाए। अगर उसके बाद भी कोई न माने, तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएं। सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, साथ ही एयरपोर्ट के बोर्डिंग एरिया में चेकपोस्ट के जरिए सघन चेकिंग की जाए।

मुख्यमंत्री ने एडीजी, आईजी और अन्य अधिकारियों से कहा है कि वो जिलों में रात्रि प्रवास करें। साथ ही जिलों में की जा रही प्रशासनिक तैयारी की समीक्षा करें। सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा का भी आकलन करें। इसके साथ ही धर्मगुरुओं से शांति बनाए रखने की अपील जारी करवाएं। अयोध्या और लखनऊ में हेलिकॉप्टर की व्यवस्था रखें। होटल और अन्य स्थानों की सघन चेकिंग करें। होटल में रुकने वालों पर भी नजर रखी जाए।

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