पिता और पुत्र होंगे आमने सामने पिता-पुत्र सूर्य और शनि कर्क और मकर राशि में एक दूसरे के आमने-सामने आ जाएंगे। ज्योतिषाचार्य के अनुसार श्रावण मास में आने वाली संक्रांति में पूजा और दान का विशेष महत्व है। सूर्य का गोचर कर्क राशि में आज 16 जुलाई को सुबह 11 :32 से हो गया । एक महीने बाद 16 अगस्त को सूर्य कर्क राशि में शाम 7ः27 तक इसी राशि में रहेगा। इस दिन से मानसून सक्रिय हो जाता है।
उन्होंने बतायाकि कर्क संक्रांति के दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इस दिन तुलसी के पत्र से भगवान विष्णु की पूजा करना श्रेष्ठ फलदायी माना गया है। इस दिन सूर्य देव को जल अर्पित करें और दान करें. ऐसा करने से जीवन में आने वाली कठिनाइयां दूर होती हैं और सुख समृद्धि में वृद्धि होती है।
कामिका एकादशी का भी हैं महत्व आज कामिका एकादशी गुरुवार को मनाई जा रही हैं । हर कोई भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने की शुरुआत कर रहे हैं। शाम को घर में ज्यादातर लोग कीर्तन भी करते हैं। उन्होंने बतायाकि श्रावण माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन कामिका एकादशी व्रत रखा जाता है। इसे पावित्रा एकादशी भी कहते हैं। ज्योतिषाचार्य शक्ति मिश्रा ने बताया कि मान्यता है कि इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करना अत्यंत फलादायी होता है।