इतिहासकार और संस्कृति विशेषग्य रवि भट्ट ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सोलर सिटी कार्यक्रम के लिए चुने गए 5 सांस्कृतिक शहरों की सूची में लखनऊ का नाम नहीं होना निराशाजनक है। यह शहर अवध की हज़ारों साल पुरानी सभ्यता संस्कति को आज भी अपनी भाषा, खानपान, पहनावा, तहजीब आदि में ज़िंदा रखे हुए है। ताज नगरी आगरा भी इस सूची से बाहर है, जो कि आश्चर्य पैदा करता है। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि सोलर सिटी कार्यक्रम की घोषणा के एक साल बाद इसमें लखनऊ, आगरा जैसे संस्कृति के क्षेत्र में वैश्विक प्रतीक चिन्हों को भी सोलर सिटी सूची में शामिल करने की घोषणा की जानी चाहिए।
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सौर ऊर्जा आर्थिक आत्मनिर्भरता एवं तरक्की का स्रोतअभियान के बारे में बताते हुए क्लाइमेट एजेंडा की निदेशक एकता शेखर ने कहा कि सूरज से समृद्ध अभियान राज्य सरकार और आम जनता को यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि सूरज केवल प्राकृतिक रौशनी ही नहीं, असीमित विद्युत् ऊर्जा के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक आत्मनिर्भरता एवं तरक्की का स्रोत भी है। सूर्य आज दुनिया में समाज की शक्ति का प्रतीक है। कहाकि आज वही समाज अपने आप को शक्तिशाली कह सकता है जो अपने नागरिकों को सस्ती कीमत पर निर्बाध ऊर्जा की आपूर्ति सुनिश्चित कर सके. सौर ऊर्जा इसके लिए सबसे मुफीद विकल्प है।