मौजूदा समय में प्रदेश के शहरों में सबसे अच्छा प्रदर्शन गाज़ियाबाद कर रहा है। जबकि कानपुर दूसरे, आगरा तीसरे, लखनऊ चौथे, वाराणसी पांचवें, अलाहाबाद छठे और मेरठ सातवें स्थान पर हैं। राजधानी के लिए ये अच्छे संकेत इसलिए भी हैं क्योंकि 2017 सर्वेक्षण में राजधानी अन्य शहरों के मुकाबले सबसे पीछे रहा था। उस दौरान लखनऊ को 269 पायदान पर ही संतोष करना पड़ा था।ये रैंकिंग स्वच्छता एप और उसके इस्तेमाल के बाद फीडबैक के आधार पर की जा रही है। इन शहरों में अलाहाबाद और मेरठ का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है।
किस शहर का क्या है स्कोर
गाज़ियाबाद- 60872.40
कानपुर- 42760.30
आगरा – 37885.40
लखनऊ- 37635.90
वाराणसी- 34575.20
अलाहाबाद- 3820.90
मेरठ- 1382.60 किस आधार पर स्वच्छता ऐप रैंकिंग
रैंकिंग तीन आधार पर की जा रही हैं। शहर वासियों की भागीदारी के 30 प्रतिशत, उनके फीडबैक के आधार पर 30 प्रतिशत और विभाग के रिस्पांस के आधार पर 40 प्रतिशत अंक दिए जा रहे हैं। हर एक एक्टिव यूजर के लिए दो नंबर और इनएक्टिव का एक नंबर जुड़ेगा। इसके आलावा दो नंबर अच्छे फीडबैक और एक नंबर अन्य फीडबैक के होंगे। समस्याओं के निस्तारण के दो अंक और अन्य समस्याओं का एक अंक है।
गाज़ियाबाद- 60872.40
कानपुर- 42760.30
आगरा – 37885.40
लखनऊ- 37635.90
वाराणसी- 34575.20
अलाहाबाद- 3820.90
मेरठ- 1382.60 किस आधार पर स्वच्छता ऐप रैंकिंग
रैंकिंग तीन आधार पर की जा रही हैं। शहर वासियों की भागीदारी के 30 प्रतिशत, उनके फीडबैक के आधार पर 30 प्रतिशत और विभाग के रिस्पांस के आधार पर 40 प्रतिशत अंक दिए जा रहे हैं। हर एक एक्टिव यूजर के लिए दो नंबर और इनएक्टिव का एक नंबर जुड़ेगा। इसके आलावा दो नंबर अच्छे फीडबैक और एक नंबर अन्य फीडबैक के होंगे। समस्याओं के निस्तारण के दो अंक और अन्य समस्याओं का एक अंक है।
केंद्र सरकार का स्वच्छता मिशन सर्वेे चल रहा है। सर्वेक्षण के तहत केंद्रीय टीम आकर शहर के स्वच्छता कार्यों को परखेगी और नंबर देगी। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 4000 अंक का होगा जबकि पिछली बार ये सर्वेक्षण 2000 अंकों का था। पिछली बार 500 शहरों ने इसमें भाग लिया था वहीं इस बार लगभग 4000 शहर इसमें शामिल होंगे। ख़ास तौर से इस बार नेगेटिव मार्किंग भी की जाएगी।