यह घटना लखनऊ से करीब २५ किलोमीटर दूर पिपरसंड रेलवे स्टेशन पर हुई उस समय शताब्दी एक्सप्रेस लखनऊ से नई दिल्ली जा रही थी। बतादें कि लखनऊ -कानपुर रेलमार्ग पर पिपरसंड रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक मरम्मत का काम चल रहा है। इस काम में लगभग ६० से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। काम खत्म होने के बाद मजदूर वहां से चले गए लेकिन इस दौरान मजदूरों ने उपकरणों को पटरी पर ही छोड़ दिया। वहीं लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस वहां से गुजर रही थी इसी दौरान लोको पायलट की नजर एका-एक इन उपकरणों पर पड़ी तो पायलट ने सूझबूझ और समझ दिखाते हुए तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगा दी जिससे ट्रेन तेज झटके के साथ रुक गई। ट्रेन के अचानक रुकने से यात्रियों में हड़कंप मच गया।
ट्रेन में सफर कर रहे संजय सिंह और अजित त्रिपाठी ने बताया कि एक-एक जोरदार आवाज के साथ ट्रेन रुक गई। इससे सभी यात्री घबरा गए। काफी देर तक ट्रेन वहां खड़ी रही। यात्री सुनीता, अर्चना और महेश ने बताया कि हम लोग आराम से अपनी सीटों पर बैठे थे, जैसे ही अचानक ट्रेन रुक तो हम लोग घबरा गए, लेकिन बाद में कारण पता चला। कुछ देर तक रुकने के बाद फिर से ट्रेन चल गई, गनीमत यह रही की हादसा होने से टल गया।
ट्रेन में सफर कर रहे संजय सिंह और अजित त्रिपाठी ने बताया कि एक-एक जोरदार आवाज के साथ ट्रेन रुक गई। इससे सभी यात्री घबरा गए। काफी देर तक ट्रेन वहां खड़ी रही। यात्री सुनीता, अर्चना और महेश ने बताया कि हम लोग आराम से अपनी सीटों पर बैठे थे, जैसे ही अचानक ट्रेन रुक तो हम लोग घबरा गए, लेकिन बाद में कारण पता चला। कुछ देर तक रुकने के बाद फिर से ट्रेन चल गई, गनीमत यह रही की हादसा होने से टल गया।