पूर्व माध्यमिक विद्यालय भरोसा में पढ़ने वाले 96 बच्चों को स्वेटर बांटा जाना है, लेकिन अब तक स्कूल को विभाग की ओर से बजट ही नहीं मिला है। इसी तरह जियामऊ के पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय का भी यही हाल है। शिक्षा विभाग की ओर से कुछ स्कूलों को स्वेटर खरीदने के लिए बजट जारी भी किया गया है तो सिर्फ आधा। मसलन जहां 100 बच्चे हैं, वहां 50 बच्चों के स्वेटर का पैसा ही दिया जा रहा है, जबकि शासनादेश में 75 प्रतिशत पैसा पहले देने का प्रावधान है। शिक्षकों का कहना है कि मार्केट में कोई व्यापारी क्यों पैसा उधार करेगा।
कुछ शिक्षकों का कहना है कि पहले तो बिना बजट के स्वेटर खरीदना संभव नहीं है और बजट नहीं मिलने के बावजूद हम आधे बजट में सभी बच्चों के लिए कहां से स्वेटर आएगा। ऐसी स्थिति में शिक्षकों पर दबाव बनाना ठीक नहीं है। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी का कहना है कि विभाग की ओर से हमें आधा बजट मिला है, इसलिए हमने आधा बजट ही जारी कर दिया है।
मैरून रंग के स्वेटर मिलेंगे बच्चों को जो स्वेटर मिलेंगे उनका रंग मैरून तथा अधिकतम मूल्य 200 रुपये प्रति स्वेटर निर्धारित किया है। विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को 6 जनवरी से स्वेटर वितरण शुरू कराकर 30 दिन में इस काम को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय विधायक एवं सांसद के हाथों स्वेटर वितरित कराए जाएंगे। विभाग के अपर मुख्य सचिव राजप्रताप सिंह ने बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को निशुल्क स्वेटर वितरित करने के लिए सभी जिलाधिकारियों को उनकी अध्यक्षता में जिला स्तर कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं।