लखनऊ

अब टूटी हड्डियों का टेंशन खत्म, आ गई सिंथेटिक हड्डी, जानिए इसका फायदा

यह कंपाउंड नैनो मटेरियल से बना है जिसका शरीर में साइड इफेक्ट नहीं होगा
 

लखनऊFeb 01, 2018 / 04:42 pm

Ruchi Sharma

Synthetic Bone

लखनऊ. अगर चेहरे की हड्डी टूटने पर अपको अपना चेहरा बिगड़ने का डर सता रहा है तो ये खबर आपके लिए है। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और आईआईटी कानपुर ने हड्डी बनाने के लिए एक नए सिंथेटिक कंपाउंड की खोज करने पर सफलता पाई है। यह कंपाउंड नैनो मटेरियल से बना है जिसका शरीर में साइड इफेक्ट नहीं होगा और इससे बनी हड्डी असली की तरह ही मजबूत होगी।
आइए जानते क्या है सिंथेटिक कंपाउंड

-सिंथेटिक हड्डी नैनो मटेरियल से बना है जिसका शरीर में साइड इफेक्ट नहीं होगा।

-सिंथेटिक हड्डी से बनी हड्डी असली की तरह ही मजबूत होगी

-सिंथेटिक हड्डी का प्रयोग बीच के स्थान को भरने व नई हड्डी बनाने के लिए किया जाता है
-सिंथेटिक हड्डी जबड़े का आकार ठीक रखने के लिए किया जाएगा।

-इस प्रक्रिया में खर्चा बहुत कम होगा

इन परेशानियों से मिलेगा फायदा

मरीजों ने चेहरे पर बंदूक की गोली की चोट, कैंसर होने पर सर्जरी से गुजरने और रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट में चेहरे की चोट पर जबड़े का आकार ठीक रखने में यह कंपाउंड मदद करेगा ।
केजीएमयू के ओरल एंड मैग्जिलोफेशियल सर्जरी विभाग की प्रो. दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि आईआईटी कानपुर के संयुक्त प्रयास से एक सिंथेटिक कंपाउंड खोजा गया है। इससे हड्डी के बीच के स्थान को भरने व नई हड्डी बनाने के लिए प्रयोग किया जा सकेगा। इससे एक्सीडेंट में हड्डी गायब होने, कैंसर या अन्य समस्या के समय हड्डी निकालने के बाद नई हड्डी बनाई जा सकेगी । उस पर दोबारा दांत लगाए जा सकेंगे। यही नहीं शरीर में किसी और अंग की हड्डी के नुकसान होने पर उसकी जगह पर नई हड्डी या टुकड़ा अलग से बनाकर लगाया जा सकेगा । डॉ. दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि जल्द ही इस पर परीक्षण शुरू किया जाएगा । इसके पेटेंट कराने की प्रक्रिया अभी चल रही है ।
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