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रायबरेली में गंगा किनारे घूमता भिखारी निकला करोड़पति, आधार कार्ड से हुआ खुलासा

locationलखनऊPublished: Dec 22, 2017 05:52:15 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

यूपी के रायबरेली में गंगा किनारे घूमता मिला भिखारी तमिलनाडू का करोड़पति निकला, आधार कार्ड से हुआ खुलासा

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लखनऊ. यूपी में एक ओर जहां आधार कार्ड को लेकर राजनीति में हलचल मची हुई है, वहीं आधार कार्ड को बैंक और मोबाइल से लिंक करवाने को लेकर मची हलचल के बीच रायबरेली में एक ऐसा खुलासा हुआ जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो सकता है। मामला रायबरेली सरेनी थाना क्षेत्र के रालपुर स्थित स्वामी सूर्य प्रबोध परमहंस इंटर कॉलेज अनगपुरम का है, जहां एक बुजुर्ग भिखारी पहुंचा जो कई दिनों से भूखा लग रहा था।

सड़क पर फटे कपड़े पहनकर घूमता भिखारी निकला करोड़पति

रायबरेली सरेनी थाना क्षेत्र के स्कूल के संस्थापक स्वामी भास्कर स्वरूप महाराज ने उस बुजुर्ग को अपने पास बुलाया। बुजुर्ग ने इशारों में भूखे होने की बात बताई, जिसके बाद स्वामी जी ने उसे भोजन करवाया, इसके बाद स्वामी के सेवकों ने बुजुर्ग के बाल कटवाए और दाड़ी बनवाई। जब उसके गंदे कपड़े धुलने को देने के लिए निकलवाए गए तो उसमें से एक आधार कार्ड, एक एफ.डी. और तिजोरी की चाबी मिली। उस एफ.डी. की कीमत देख कर स्वामी भास्कर स्वरूप महाराज के होश उड़ गए।

एफ .डी. की कीमत 1 करोड़ 6 लाख 92 हजार थी, जिसके बाद आधार कार्ड के जरिए उसका पता लगवाया गया तो उसकी पहचान मुथैया नादर निवासी 240 बी नार्थनेरू तिधीयूर पूकु ली थिरुवनावली तमिलनाडु- 627152 के रूप में हुई। आधार में दर्ज फोन नंबर से उसके परिजनों से संपर्क किया गया तो पता चला कि बुजुर्ग करोड़पति कारोबारी है और उसके परिजनों को मुथैया के यहां होने की जानकारी दी गई। इसकी जानकारी मिलते ही परिजन रायबरेली पहुंचे और उसे प्लेन से वापस अपने घर ले गए।

पुलिस ने ससम्मान वापस भेजा तमिलनाडु

13 दिसंबर 2017 को स्वामी भास्कर स्वरूप महाराज ने सूर्य प्रबोध परमहंस इंटर कालेज अनंगपुरम, रालपुर के छात्रों ने एक वृद्ध को देखा। वृद्ध की बोली-भाषा बिल्कुल अलग थी। छात्र उन्हें लेकर आश्रम में आ गए। यहां स्वामी भास्कर स्वरूप महाराज ने जब वृद्ध को देखा तो 100 नंबर पर सूचना दी। थानाध्यक्ष ने कहा कि जब दोनों एक-दूसरे को पहचान रहे हैं तो उन्हें जाने दीजिए। उनके कहने पर पिता-पुत्री को ससम्मान वापस तमिलनाडु भेज दिया गया। वहीं, थानाध्यक्ष सुधीर चंद्र से बात की गई तो उन्होंने घटना की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया।

एक ऐसा मामला जिसकी अहमियत समझ आती है

उसके घरवालों ने बताया कि हम मुथैया नादर को जगह-जगह ढूंढ रहे हैं। वह कई दिनों से लापता हैं। बुजुर्ग के घरवालों को खबर लगते ही उसकी बेटी गीता तमिलनाडु से हवाई जहाज से लखनऊ आई और वहां से रालबरेली पहुंची। लापता पिता को पाकर वह बेहद खुश हुई। इसके बाद गीता उन्हें अपने साथ वापस तमिलनाडु ले गई। परिजनों यह भी ने बताया कि वे लोग जुलाई माह में ट्रेन से तीर्थ यात्रा के लिए निकले थे और मुथैया रास्ते में भटक गए थे। उन्हें आशंका थी कि वे कहीं जहरखुरानी के शिकार हो गए हैं। तब से परिवार वाले उनकी खोज कर रहे थे। परिजनों ने बुजुर्ग को परिवार से मिलवाने पर स्वामी जी का बहुत धन्यवाद किया।

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