एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी ने बताया कि मृतका साधना सिंह के पति आर्मी में जेसीओ हैं और वर्तमान में आसनसोल पश्चिम बंगाल में पदस्थ हैं। पीजीआई क्षेत्र में साधना सिंह अपने 16 साल वर्षीय बेटे और 10 वर्षीय बेटी के साथ रहती थीं। एडीसीपी कासिम आब्दी ने बताया कि मृतका के बेटे ने पहले पुलिस को गुमराह किया, लेकिन जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे मोबाइल गेम पब्जी और सोशल मीडिया की लत है।
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ऑस्ट्रेलिया से ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड अप्लाई कर रही थी युवती, खाते से उड़े एक लाख रुपए हमेशा मोबाइल से दूर रहने का दबाव डालती थी मां आरोपी बेटे ने पुलिस को बताया कि मां हमेशा उस पर सोशल मीडिया के साथ मोबाइल से दूर रहने का दबाव डालती थी। रविवार को भी मां ने पब्जी गेम खेलने लिए डांटा था, जिसके बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया है। उसने बताया कि रविवार दिन में करीब 3 बजे मां सो रही थी। इसी बीच उसने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से मां को 6 गोलियां मार दीं और बहन को धमकाया कि वह किसी के सामने इसका जिक्र नहीं करेगी।
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बुलडोजर चलने पर भड़के पत्थरबाज, CM Yogi के निर्देश सौ इमारतों पर चलेगा बुलडोजर तीन दिनों तक शव ठिकाने लगाने की करता रहा कोशिश रविवार से लेकर मंगलवार रात तक आरोपी बेटा मां के शव को ठिकाने लगाने का प्रयास करता रहा। उसने मां के शव को जलाने का भी प्रयास किया। मंगलवार देर शाम जब घर से बदबू आने लगी ताे पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दे दी। जिसके इस पूरे मामले का खुलासा हो सका। पड़ोसियों ने बताया हत्या करने के बाद भी आरोपी बेटा सामान्य था। दोस्तों के साथ खेल भी रहा था, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने दी। पुलिस अब आरोपी के खिलाफ नाबालिग बच्चों के लिए बनाए गए कानून के तहत कार्रवाई कर रही है।