बता दें वित्तीय वर्ष 2022-23 से नई व्यवस्था के तहत बढ़े हुए मानदेय का ही भुगतान होगा। नई गाइड लाइन के अनुसार एक वर्ष के अंदर नौकरी ज्वाइन करने वाली स्टाफ नर्स को पांच फीसदी बढ़े वेतन का लाभ नहीं दिया जाएगा। जबकि इससे पूर्व में तैनात स्टाफ नर्स के मानदेय में पांच फीसदी का बढ़ोतरी किया गया है।
ग्रामीण व सरकारी क्षेत्र के सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर हेल्थ पोस्ट सेंटर में स्टाफ नर्स की नियुक्ति है। संविदा पर नियुक्त स्टाफ नर्स को अनुभव के हिसाब से मानदेय दिया जा रहा है। एनएचएम के स्टाफ नर्स की मानदेय वृद्धि का प्रस्ताव उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के निर्देश पर ही भेजा गया था। जिसे अब केंद्र सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है।
एनएनएम की विभिन्न योजनाओं के तहत प्रदेश में कुल 4699 स्टाफ नर्स संविदा पर तैनात हैं। ये नर्स एक से लेकर पांच वर्ष से भी ज्यादा वक़्त से निरंतर सेवाएं दे रही हैं। इन्हें 20013 रुपये से लेकर 29374 रुपये प्रतिमाह मानदेय प्रदान किया जा रहा है।