कानपुर से शुरू हुआ था यात्रा का पहला चरण 2022 के विधानसभा चुनाव में सफलता हासिल करने के मकसद से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विजय रथ यात्रा का पहला चरण कानपुर से शुरू किया था और हमीरपुर, जालौन और कानपुर देहात होते हुए गए थे। रथ यात्रा के आयोजन से पूर्व अखिलेश यादव ने दिल्ली जाकर अपने पिता मुलायम सिंह यादव से आशीर्वाद भी लिया था। पहले चरण की विजय रथ यात्रा की सफलता के बाद अखिलेश ने रविवार को हरदोई से दूसरे चरण के रथ यात्रा की शुरूआत की। इस दौरान यहां पर हरदोई विधायक राकेश कश्यप समेत वरिष्ठ स्थानीय नेता और भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
लाल रंग के रथ पर बज रहा था सपा का विजयगान लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से उतरते ही बांगरमऊ में बायीं ओर समाजवादी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता रथ को घेरे हुए खड़े थे। सपा के विजय रथ के एक ओर सरदार बल्लभ भाई पटेल और दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की फोटो लगी थी। इसके अलावा विजय रथ पर प्रोफेसर रामगोपाल यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की तस्वीरें लगी थी। लाल रंग के विजय रथ पर समाजवाजी पार्टी का विजयगान बज रहा था। पार्टी के समर्थक युवा और वृद्ध बार-बार रथ के चारों ओर घूम रहे थे, जिन्हें पुलिसकर्मी बार-बार हटा रहे थे।
अखिलेश के पहुंचते ही जमकर लगे नारे इसी बीच वीवीआईपी लोगों का काफिला विजय रथ के पास आकर रुका। काफिले के बीच में से एक बड़ी लग्जरी गाड़ी से उतरकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जैसे ही रथ की ओर बढ़े, यहां मौजूद भारी जानता ने नारे लगाना शुरू कर दिए। अखिलेश को सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह से घेरा बनाकर रथ तक पहुंचाया। इस बीच रथ में चढ़ते ही अखिलेश ने रथ के चालक सरदार जी का अभिवादन किया। इसके बाद अखिलेश जनता की ओर खिड़की तरफ लपके और जनता उन्हें देखकर शोर मचााया और तेजी से नारे लगाने शुरू कर दिए। फिर सपा की विजय रथ धीरे-धीरे कार्यक्रम स्थल मल्लावां की ओर रेंगने लगा। पूरे विजय रथ यात्रा के मार्ग पर जगह-जगह तोरण द्वार बनाए गए थे और थोड़ी-थोड़ी दूर पर स्वागत कार्यक्रमों के चलते रथ अपनी गति नहीं पकड़ पा रहा था।