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एग्जाम की टेंशन कहीं कर न दे आपको बीमार, स्ट्रेस से बचने के लिए अपनाएं ये बेहतरीन तीरके

locationलखनऊPublished: Sep 12, 2020 11:06:07 am

Submitted by:

Karishma Lalwani

प्रदेश में कोरोना के किस्से बढ़ रहे है और इसी के साथ बढ़ रही है स्टूडेंट्स की टेंशन भी। कोरोना काल में कई परीक्षार्थी परीक्षा देने के पक्ष में नहीं हैं तो कई स्टूडेंट्स टेंशन से उबरने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ अपना मन पसंद कार्य करते हैं या फिर ब्रेक लेकर खुद को उबासी से दूर रखते हैं।

एग्जाम की टेंशन कहीं कर न दे आपको बीमार, स्ट्रेस से बचने के लिए अपनाएं ये बेहतरीन तीरके

एग्जाम की टेंशन कहीं कर न दे आपको बीमार, स्ट्रेस से बचने के लिए अपनाएं ये बेहतरीन तीरके

लखनऊ. कोरोना वायरस (Covid-19) के किस्से जारी हैं लेकिन इस बीच पहले स्थगित की गई परीक्षाएं अब शुरू हो चुकी हैं। जेईई परीक्षा एक से सात सितंबर के बीच आयोजित कराए जाने के बाद अब 13 सितंबर से नीट की परीक्षा शुरू होने वाली है। इस बीच यूजीसी नेट और विश्वविद्यालय की परीक्षाएं भी आयोजित हो रही हैं। प्रदेश में कोरोना के किस्से बढ़ रहे है और इसी के साथ बढ़ रही है स्टूडेंट्स की टेंशन भी। कोरोना काल में कई परीक्षार्थी परीक्षा देने के पक्ष में नहीं हैं तो कई स्टूडेंट्स टेंशन से उबरने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ अपना मन पसंद कार्य करते हैं या फिर ब्रेक लेकर खुद को उबासी से दूर रखते हैं। लेकिन इस सबके बाद भी परीक्षा की तारीख की नजदीकी और तैयारी को लेकर बचे कम समय के कारण कई स्टूडेंट्स टेंशन में रहते हैं। एक स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना के कारण हुए तनाव को कम करने के लिए एक्सरसाइज या अन्य कार्य करना काफी नहीं है।
इन पांच तरीकों से मेंटल हेल्थ को रखें तंदुरुस्त

राजधानी लखनऊ से डॉ. पूजा सक्सेना कहती हैं कि टेंशन को दूर करने के लिए सबके अलग-अलग तरीके होते हैं। महज व्यायाम कर अगर कोई टेंशन एक हद तक दूर कर सकता है तो ठीक है मगर कोरोना काल में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को इसके अलावा अन्य बातों पर भी ध्यान देना चाहिए।
संपर्क बढ़ाएं

उन्होंने कहा कि खुद को सोशल रखना जरूरी है। अगर व्यक्ति लंबे समय तक अकेला रहेगा या एकांत में रह कर लंबे समय तक पढ़ाई करेगा, तो इससे उबासी आने लगती है। पढ़ाई में मन भी नहीं लगता और टेंशन अलग बढ़ती है। इसलिए पढ़ाई से ब्रेक लेकर सोशल गैदरिंग कर खुक दो ब्रेक देना भी जरूरी है। यहां सोशल गैदरिंग का मतलब किसी के घर आने जाने से नहीं बल्कि अपने आसपास के लोगों व दोस्तों से बात करने से है।
पसंदीदा कार्य करें

कई बार हम मानसिक रूप से परेशान होने के कारण उन चीजों को पीछे छोड़ देते हैं, जिन्हें हम सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। आखिरकार ये वहीं चीजें हैं जो हमें खुश रखती हैं। लगातार एक रुटीन के कारण भी हमें उलझन महसूस होती है। अपने लिए नई एक्टिविटीज खोजें और उन कामों में मन लगाएं जो आपको खुशी दें। अपनी एक्टिविटीज में बच्चों और परिवार को भी शामिल करें। खानपान पर ध्यान
स्ट्रेस से बचना है तो शरीर की देखभाल करें। घर में रहकर ही गहरी सांस, स्ट्रेचिंग और ध्यान लगाएं। हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें और नियम से एक्सरसाइज करें। इसके अलावा भरपूर नींद लें और ज्यादा नशे से बचें। डायट्री सप्लीमेंट्स लेने से पहले फार्मासिस्ट, डायटीशियन और दूसरे हेल्थ केयर एक्सपर्ट्स से सलाह लें।
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