लखनउ। योगी ने कहा कि यूपी में वीआईपी कल्चर खत्म करेंगे। उसी योगी की प्रदेश सरकार ने सांसदों विधायकों को वीआईपी बना दिया है। हाई वे पर टोल टैक्स वे नहीं देंगे। उनको आम जनता जिसने उन्हें चुना है, उसके साथ लाइन नहीं लगानी होगी; उनके लिए अलग से टोल प्लाजा गेट होगा। फ्री […]
लखनउ। योगी ने कहा कि यूपी में वीआईपी कल्चर खत्म करेंगे। उसी योगी की प्रदेश सरकार ने सांसदों विधायकों को वीआईपी बना दिया है। हाई वे पर टोल टैक्स वे नहीं देंगे। उनको आम जनता जिसने उन्हें चुना है, उसके साथ लाइन नहीं लगानी होगी; उनके लिए अलग से टोल प्लाजा गेट होगा। फ्री मंे टोल से वीआईपी की तरह निकलेंगे माननीय सांसद और विधायक।
उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग ने इस सम्बन्ध में शासनादेश निकाला है। शासनादेश में कहा गया है कि ऐसी शिकायतों का अम्बार लग रहा था कि सांसदों, राज्यसभा सदस्यों, विधायकों और एमएलसी के साथ टोल प्लाजा में अभद्रता हो रही है।
यह गलत बात है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए शासन ने यह फैसला किया है कि सांसदों और विधायकों को राज्य व एनएचएआई के तहत आने वाले टोल टैक्स नहीं लिए जाएंगे। उन्होंने इस बाबत शासन से संस्तुति की केन्द्र सरकार से भी की है। केन्द्र को लिखे पऋ में प्रमुख सचिव सदाकांत ने कहा है कि माननीय सांसदों को दिक्कत न हो इसलिए उनके लिए अलग से टोल गेट बनाया जाए।