स्वास्थ्य विभाग में उप राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ ऋषि कुमार सक्सेना बताते हैं कि इलाज भी छोड़ने वालों की संख्या काफी है। मरीजों को राहत देने के लिए बेडाकुलिन का कोर्स जोड़ा जा रहा है। उनका कहना है कि मरीज की सेहत की जांच के बाद बेडाकुलिन दवा दी जाएगी। अभी आगरा में यह दवा लांच की गई है। इसके बाद दूसरी अधिक आबादी वाले जिले में यह दवा दी जाएगी।
दिल की बीमारी वाले पेशेंट को ना दे दवा
यह दवा उनको ना दें जो दिल के मरीज हैं क्योंकि दवा के अपने दुष्प्रभाव हैं जो दिल के मरीजों की सेहत के लिए घातक साबित हो सकते हैं। डॉक्टर ने बताया कि बेटाकुलिन यूएसए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से अप्रूव्ड है। उत्तर क्षय नियंत्रक टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉक्टर सूर्यकांत ने बताया कि दवा के दुरुपयोग रोकने की दशा में अहम कदम उठाए जा रहे हैं। खास बात यह है कि यह दवा सरकारी अस्पतालों में ही मिलेगी वह भी मुफ्त में। प्राइवेट अस्पताल में मेडिकल स्टोर में दवा नहीं मिलेगी। टीवी का इलाज कराने वाले मरीजों को ₹500 हर महीने मिलने लगे हैं। याह मरीज के बैंक खाते में जा रहे हैं।