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लखनऊ

टीबी के मरीज खोजने के लिए होगी 5 लाख लोगों की होगी स्क्रीनिंग, घर पर ही दिया जाएगा इलाज

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी टीबी युक्त लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनकी जांच और उपचार की व्यवस्था उनके आवास पर ही उपलब्ध कराएंगे।

लखनऊJun 09, 2018 / 07:02 pm

Laxmi Narayan Sharma

tuberculosis

टीबी

लखनऊ. टीबी के मरीजों की खोज के लिए स्वास्थ्य विभाग 11 जून से विशेष अभियान की शुरुआत करने जा रहा है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर टीबी के मरीजों की पहचान करेंगे। पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत भारत सरकार और प्रदेश सरकार संयुक्त रूप से 11 जून से 29 जून तक सघन खोज अभियान चलाने जा रही है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को टीबी के प्रति जागरुक करेंगे।
टीबी मरीज को हर महीने 500 रूपये

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी टीबी युक्त लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनकी जांच और उपचार की व्यवस्था उनके आवास पर ही उपलब्ध कराएंगे। इस अभियान के दौरान या अन्य किसी भी समय में टीबी की खोज किए जाने के बाद इलाज शुरू होने पर भारत सरकार की योजना निश्चय पोषण के अंतर्गत इलाज चलने तक न्यूनतम 6 माह से 24 माह तक प्रत्येक माह 500 रूपये डीबीटी के माध्यम से मरीज को भुगतान किया जाएगा।
हेल्थ वर्कर्स को दिया जा रहा ट्रेनिंग

पिछले दिनों लखनऊ के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरोजिनी नगर, लोकबंधु राजनारायण चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुडंबा में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर बीके सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान प्राइवेट चिकित्सकों द्वारा उपचार पर किये जाने पर भी मरीजों को पोषण योजना के अंतर्गत 500 रूपये प्रतिमाह का भुगतान किया जाएगा।
दस दिन चलेगा स्क्रीनिंग अभियान

अभियान के दौरान टीम के दल एवं सुपरवाइजर द्वारा क्षेत्र में पड़ने वाले सभी प्राइवेट केमिस्ट शॉप पर H1 SCHEDULE की सूचना प्राप्त की जाएगी। इससे सम्बन्धित सूचना को भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। सघन खोज अभियान के दौरान जनपद लखनऊ में 18 तारीख से 28 जून के बीच 50 फील्ड सुपरवाइजर तथा एक मोबाइल सुपरवाइजर के सुपरविजन में 765 कर्मचारियों का दल करीब 5 लाख लोगों की 10 दिनों में स्क्रीनिंग व स्क्रीनिंग के दौरान लक्षण पाए जाने वाले व्यक्तियों की निशुल्क जांच निशुल्क उपचार की व्यवस्था उनके निकटतम आवास के पास ही उपलब्ध कराएंगे।
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