लखनऊ के कृष्णा कॉन्वेंट इंटर कॉलेज जानकीपुरम से सॉल्वर मनीष कुमार को गिरफ्तार किया गया है। यह सांगीपुर के रहने वाले राजू पटेल की जगह परीक्षा दे रहे थे। इसके अलावा बिहार के रहने वाले सत्येंद्र कुमार, जो कि महानर इंटर कॉलेज, कृष्णानगर लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। सत्येंद्र जमालपुर सुजाली के रहने वाले कुलदीप यादव की जगह परीक्षा दे रहे थे। इसके अलावा एक सॉल्वर की गिरफ्तारी गोरखपुर से हई है। परीक्षार्थी विकास कुमार की जगह मनीष सॉल्वर के तौर पर परीक्षा देने के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं। इन तीन सॉल्वरों के गिरफ्तार होने के बाद एसटीएफ अन्य शहरों से सॉल्वरों की तलाश में जुटी है।
16 जिलों में 572 केंद्र पंचायत अधिकारी परीक्षा के लिए 16 जिलों में 572 केंद्र बनाए गए। कड़ी निगरानी में परीक्षा आयोजन के ए एक-एक स्टेट मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई। वहीं कक्षा में प्रवेश करने से पहले विद्यालय गेट पर अभ्यर्थियों की तलाशी भी ली गई। परीक्षा से पहले आयोग अध्यक्ष अरुण कुमार सिन्हा ने कहा था कि हर पाली में 3,56,973 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा के लिए आगरा, अयोध्या, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, प्रयागराज, सहारनपुर, वाराणसी और मुजफ्परनगर में केंद्र बनाए गए हैं।
रेलवे भर्ती ग्रुप डी परीक्षा में पकड़े घए सॉल्वर रेलवे भर्ती बोर्ड की ग्रुप डी परीक्षा में दो सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ किया गया। ये गैंग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में पेपर आउट कराकर, अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सॉल्वर बैठा था। इनमें से दो सॉल्वर सहित एक कैंडिडेट को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए सॉल्वर बिहार के नीतिश कुमार और दुर्गेश कुमार रहे। वहीं प्रयागराज निवासी राजेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया था।
मुरादाबाद, जालौन और अमरोहा से पकड़े गए थे सॉल्वर नवंबर 2018 में आयोजित हुई टीईटी परीक्षा में सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। पकड़े गए तीन सॉल्वर में से एक प्रतापगढ़ में रामराज इंटरमीडिएट कॉलेज में शिवगढ़ ब्लॉक से महिला अभ्यर्थी को नकल करते पकड़ा गया था। इनके अलावा बाकी दो सॉल्वर भदोही के रहने वाले थे। इनके पास से 60 हजार नकद, पांच इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस व अन्य सामान बरामद हुआ था। गिरोह ने 8-10 अभ्यर्थियों से 10-10 लाख में परीक्षा पास कराने का ठेका लिया था। वहीं दूसरी तरफ मुरादाबाद में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने भंडाफोड़ कर छह सदस्यों को धर दबोचा था। एसटीएफ द्वारा पकड़े गए छह सॉल्वर में जालौन के विपिन कुमार, अमरोहा के राजपाल और राजकुमार, मुरादाबाद से सचिन व जितेंद्र और कानपुर से सौरभ अस्थाना पकड़े गए थे। इन आरोपियों ेक पास से एक आधार कार्ड, कार और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए थे।
सॉल्वर गैंग विरासत में मिला हाल ही में संपन्न हुए यूपी विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ ने रोजगार पर चर्चा की थी। परीक्षाओं के दौरान सॉल्वर गैंग के पकड़े जाने मामले पर योगी ने कहा था कि सॉल्वर गैंग हमें विरासत में मिली है और सरकार इन पर कार्रवाई कर पारदर्शी तरीके से इम्तिहान करा रही है। रोजगार ेक सवालों पर योगी ने कहा था कि पुलिस भर्ती की बात हो या शिक्षक भर्ती की, सभी भर्ती पारदर्शी तरीेके से हो रही है।