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उत्कल एक्सप्रेस से ननों को उतारने के मामले में दो हिंदूवादी नेता गिरफ्तार, अमित शाह ने दिए थे जांच के आदेश

locationलखनऊPublished: Apr 02, 2021 03:08:00 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

उत्कल एक्सप्रेस से ननों को उतारे जाने और उनके साथ अभद्रता के मामले में दिल्ली से कार्रवाई का आदेश आने के बाद दो हिंदूवादी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।

उत्कल एक्सप्रेस से ननों को उतारने के मामले में दो हिंदूवादी नेता गिरफ्तार, अमित शाह ने दिए थे जांच के आदेश

उत्कल एक्सप्रेस से ननों को उतारने के मामले में दो हिंदूवादी नेता गिरफ्तार, अमित शाह ने दिए थे जांच के आदेश

लखनऊ. उत्कल एक्सप्रेस से ननों को उतारे जाने और उनके साथ अभद्रता के मामले में दिल्ली से कार्रवाई का आदेश आने के बाद दो हिंदूवादी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। मामले में जांच रिपोर्ट लखनऊ भेजी जा चुकी है। दरअसल, 19 मार्च को दो ननों को झांसी स्टेशन पर उतारा गया था। उनके साथ दो अन्य किशोरियां भी थीं। ट्रेन की उसी बोगी में सवार कुछ हिंदूवादी नेताओं ने ननों पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर उनके साथ अभद्रता की थी। जीआरपी की मौजूदगी में हुए अभद्रता काफी किरकिरी हुई थी। मामले में नन लीविया थोमस, हेमलता और उनके साथ ट्रेन में सफर कर रहीं श्वेता और बीतरंग के बयान वीडियो कॉलिंग से मोबाइल के जरिए दर्ज किए गए थे। दो-तीन दिन पहले सभी के बयानों के बाद प्रभारी एसपी सौमित्र यादव ने जांच पूरी कर रिपोर्ट लखनऊ सौंपी थी। जांच पूरी होने के बाद गुरुवार को दिल्ली से आदेश आते ही जीआरपी ने दो हिंदूवादी नेताओं अंचल अद्जरिया और पुरुकेश अमरयाको गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को स्टेशन के पास से ही गिरफ्तार किया गया। सीओ नईम मंसूरी ने दोनों नेताओं की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
मोबाइल से दर्ज किया गया बयान

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के सामने पूरा मामला रखा। अमित शाह के जांच का आदेश मिलने के बाद खलबली मच गई थी। गृह मंत्रालय ने पूरे मामले में जानकारी मांगी थी। 24 मार्च को लखनऊ के प्रभारी सौमित्र यादव को पूरे प्रकरण की जांच के लिए झांसी भेजा गया था। एसपी ने जीआरपी सीओ, जीआरपी इंस्पेक्टर, चार जीआरपी सिपाही, चार आरपीएफ कर्मी, चारों नन व किशोरियों समेत 20 लोगों के बयान दर्ज किए थे। ननों को जांच के लिए झांसी बुलाया गया था, लेकिन चारों ने झांसी आने से मना कर दिया था। इसके बाद मोबाइल से ही व्हाट्सएप के जरिए चारों के बयान दर्ज किए गए थे।
रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई

गृह मंत्रालय से लगातार इनपुट लेने के चलते सभी पर प्रेशर बढ़ गया था। एसपी ने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर लखनऊ भेज दी थी। लखनऊ से जांच रिपोर्ट सीधे गृह मंत्रालय भेजी गई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर बृहस्पतिवार रात कार्रवाई का आदेश आते ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई।
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