परीक्षा सम्पन्न होने के बाद बातचीत में अभ्यर्थियों का कहना था कि जो भी प्रश्न पूछे गए वह सिलेबस से ही थी। हालांकि एक घंटे में 50 व दो घंटे में 100 प्रश्न हल करने में थोड़ा समय कम पड़ गया, क्योंकि पिछली बार पहले पेपर को हल करने के लिए 75 मिनट का समय दिया गया था। कुलमिलाकर अधिकतर अभ्यर्थियों ने पिछली बार की नेट की परीक्षा से इस परीक्षा को आसान बताया। यही वजह है कि जानकारों का मानना है कि इस बार इसकी मेरिट थोड़ी अधिक जाएगी।
इस बार नेट की परीक्षा में पिछली बार से ज्यादा अभ्यर्थी आए। पिछले साल नवंबर जो परीक्षा आयोजित हुई थी उसमें 27 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जबकि इस बार राजधानी में 33 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इस वजह से इस बार नौ अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पिछली बार 50 परीक्षा केंद्र थे वहीं रविवार को 59 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई।
यह सीबीएसई की ओर से आयोजित आखिरी नेट परीक्षा थी। अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय(एमएचआरडी) ने नेट की परीक्षा के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का गठन कर दिया है। अब सभी प्रतियोगी परीक्षाएं यही एजेंसी आयोजित कराएगी।