यूथ (अंडर-20): भारत ने थाईलैंड को 39-31 गोल से मात देकर जीता कांस्य पदक भारत की यूथ बालक हैण्डबॉल टीम ने मेजबान थाईलैंड को आठ गोल के अंतर से हराते हुए 39-31 गोल से जीत दर्ज कर कांस्य पदक जीता। इससे पहले भारतीय टीम को टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में उज्बेकिस्तान ने 44-31 से मातदी। भारत ने दूसरे मैच में थाईलैंड को 38-30 गोल से हराया। तीसरे मैच में भारत को चीनी ताइपे ने 53-27 गोल से मात दी। इसके बाद खेले गए तीसरे-चौथे स्थान के लिए मैच में भारत का सामना थाईलैंड से हुआ था।
जूनियर (अंडर-18): भारत ने कजाखिस्तान को 34-33 गोल से मात देकर जीता कांस्य पदक
भारत की (अंडर-18) जूनियर बालक हैण्डबॉल टीम ने कांस्य पदक के मुकाबले में कजाखिस्तान को एक रोमांचक मुकाबले में एक गोल के अंतर से मात देते हुए 34-33 गोल से जीत दर्ज की। इससे पहले भारत को पहले मैच में थाईलैंड ने 41-36 से मात दी। भारत ने अपने दूसरे मैच में कजाखिस्तान को 35-29 गोल से हराया। वहीं तीसरे मैच में चीनी ताइपे की टीम ने भारत को 42-29 गोल से मात दी। इसके बाद तीसरे-चौथे स्थान के लिए मैच में भारत का सामना कजाखिस्तान की टीम से हुआ था।
हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव आनन्देश्वर पांडेय ने बताया कि भारत की यूथ टीम ने पहली बार सेंट्रल एशिया फेज में यह सफलता अर्जित की। हालांकि टीम स्वर्ण पदक की दावेदार थी लेकिन ड्रा में मजबूत टीमों की चुनौती के सामने भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीत लिया।
भारत की (अंडर-18) जूनियर बालक हैण्डबॉल टीम ने कांस्य पदक के मुकाबले में कजाखिस्तान को एक रोमांचक मुकाबले में एक गोल के अंतर से मात देते हुए 34-33 गोल से जीत दर्ज की। इससे पहले भारत को पहले मैच में थाईलैंड ने 41-36 से मात दी। भारत ने अपने दूसरे मैच में कजाखिस्तान को 35-29 गोल से हराया। वहीं तीसरे मैच में चीनी ताइपे की टीम ने भारत को 42-29 गोल से मात दी। इसके बाद तीसरे-चौथे स्थान के लिए मैच में भारत का सामना कजाखिस्तान की टीम से हुआ था।
हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव आनन्देश्वर पांडेय ने बताया कि भारत की यूथ टीम ने पहली बार सेंट्रल एशिया फेज में यह सफलता अर्जित की। हालांकि टीम स्वर्ण पदक की दावेदार थी लेकिन ड्रा में मजबूत टीमों की चुनौती के सामने भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीत लिया।
उन्होंने कहा कि पहली बार हुई अंडर-18 स्पर्धा में भारतीय लड़कों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और कांस्य पदक जीता। यह उपलब्धि भी काबिले तारीफ रही कि पहली बार हुई जूनियर वर्ग की स्पर्धा में भारत ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने दोनों पदक विजेता टीमों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत हैण्डबाल में आने वाले अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में और बेहतर प्रदर्शन करेगा।
इस अवसर पर हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव एनएन पाण्डेय, टीम के मुख्य दलनायक व मैनेजर ठाकुर सुशील कुमार सिन्हा एवं दोनों टीम के कोच भी मौजूद थे।
इस अवसर पर हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव एनएन पाण्डेय, टीम के मुख्य दलनायक व मैनेजर ठाकुर सुशील कुमार सिन्हा एवं दोनों टीम के कोच भी मौजूद थे।
भारतीय यूथ (अंडर-20) हैण्डबॉल टीम गोलकीपरः लकी (दिल्ली), अमर मणि त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश), राइट बैकः नवीन सिंह (दिल्ली), भूपिंदर (साई), सेंटर बैकः मनीष (एनएचए), सुमित (दिल्ली), राइट विंगः अंकित (हरियाणा), सुरेश कुमार (छत्तीसगढ़), लेफ्ट बैकः सुमित (साई), कीर्ति (दिल्ली), पिवोटः शमशेर सिंह (पंजाब), याहिया खान (साई दिल्ली), लेफ्ट विंगः अमित शर्मा (साई), करन सिंह शेखावत (राजस्थान), कोचः प्रियदीप सिंह (राजस्थान)
भारतीय जूनियर (अंडर-18) हैण्डबॉल टीम गोलकीपरः अमन मलिक (दिल्ली), दिनेश (साई गुजरात), राइट बैकः लोकेश अहलावत (साई दिल्ली), मान सिंह शेखावत (राजस्थान), सेंटर बैकः आमिर हुसैन (तेलंगाना), बिप्लव बिस्वाल (साई दिल्ली), राइट विंगः मोहित (एनएचए), श्रेयश सुदेश मलाप (महाराष्ट्र), लेफ्ट बैकः सुमित (साई गुजरात), अमित (एनएचए), पिवोटः नदीम कुरैशी (झारखंड), लेफ्ट विंगः मिथुल (चंडीगढ़), एम.गौतम (छत्तीसगढ़), कोचेजः प्रवीन सिंह (गुजरात), मुकेश राठौड़ (मध्य प्रदेश)।