इन बातों पर हो रहा विचार जानकारी के मुताबिक यातायात पुलिसकर्मियों की वर्दी में एकरूपता लाने के लिए गहनता से विचार किया जा रहा है। नीले पैंट के साथ सफेद बेल्ट व काले जूते की व्यवस्था किये जाने समेत कई अन्य बिंदुओं पर भी विचार किया जा रहा है। कमेटी की सिफारिशें मिलने पर डीजीपी के स्तर पर यातायात पुलिसकर्मियों की वर्दी में बदलाव तय होगा। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों महिला पुलिसकर्मियों की वर्दी में भी बदलाव किया गया था।
इतने बार बदली वर्दी जानकारी हो कि बसपा सरकार ने 2007 में सत्ता में आने के बाद यातायात पुलिसकर्मियों की वर्दी में बदलाव करते हुए उनकी पतलून और बैरेट कैप नीली करने के साथ सीटी डोरी और मोजे नीले कर दिए थे। उस समय विपक्ष में रही सपा ने मायावती सरकार पर यातायात पुलिस का बसपाकरण करने का आरोप लगाया था। फिर सपा सरकार आई तो उसने पुलिस की नीली पैंट को खाकी कर दिया। तर्क दिया गया कि यातायात पुलिसकर्मियों द्वारा पहनी की जाने वाली वर्दी निजी सुरक्षागार्डों से मिलती-जुलती होने के कारण भ्रम पैदा करती है। यातायात पुलिस उत्तर प्रदेश का अभिन्न अंग है ऐसे में वृहद तौर पर यातायात पुलिस की वर्दी और यूपी पुलिस से पूर्णतया भिन्न होना उचित नहीं है। दोनों शाखाओं में अधिक से अधिक समानता होनी चाहिए। जब भाजपा सत्ता में आई तो यातायात पुलिस की खाकी पैंट को फिर नीला कर दिया गया। इस तरह इतने बार वर्दी में बदलाव आया।