अनुप्रिया ने 2012 के विधानसभा चुनाव में पदार्पण किया, जब उनकी पार्टी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा और दोनों में जीत हासिल की। 2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन में दो सीटों पर चुनाव लड़ा और दोनों में जीत हासिल की - सफलता दर 100 प्रतिशत। अनुप्रिया केंद्र में राज्यमंत्री बनीं।
2017 के विधानसभा चुनावों में अपना दल ने भाजपा के साथ गठबंधन में 11 सीटों पर चुनाव लड़ा और नौ पर जीत हासिल की। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी 2017 में उत्तर प्रदेश में केवल सात सीटें जीतने में सफल रही थी।
सफलता की राह 2019 में भी जारी रही। जब अपना दल ने फिर से दो सीटों पर चुनाव लड़ा और दोनों में जीत हासिल की। बीच में अपना दल दो गुटों में विभाजित हो गया - एक अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाली और दूसरा उनकी मां कृष्णा पटेल द्वारा संचालित, जिन्होंने इन चुनावों में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया।
अपना दल कुर्मी-केंद्रित पार्टी है। जिसे अनुप्रिया पटेल के पिता सोनेलाल पटेल ने 1995 में स्थापित की थी। यह भाजपा के सबसे विश्वसनीय सहयोगियों में से एक है। अनुप्रिया ने अपनी नई सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा यह लोगों का प्यार है जो हमें आगे बढ़ाता है। हम उस विचारधारा के प्रति वफादार हैं। जिस पर मेरे पिता ने इस पार्टी की स्थापना की थी।