महिला उद्दमियों को लेकर आयोजित इस सत्र में प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद रहीं। क्रिएटिंग ग्लोबल ऑपरट्यूनिटी फ़ॉर वोमेन एंट्रेपरेनर्स पैनल को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि महिलाओं का फाइनेंशियल मजबूत होना बेहद जरूरी हो गया है।
मंत्री स्मृति ईरानी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को कैसे सशक्त बनाया जाए इस पर चर्चा बेहद जरूरी है। छोटे शहरों, कस्बों व गांव की महिलाओं को उद्दमी बनाने में भाषा का बैरियर हटाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कई बार चर्चाएं जिस भाषा में होती हैं उन्हें ट्रांसलेट कर महिलाओं को जिस भाषा में सुविधा हो उसमें समझानी चाहिएं। स्मृति ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को चलाने में औरतों का अहम रोल होता है। हालांकि इंडस्ट्री में क्रियेटिव डायरेक्टर तो कई महिलाएं हैं लेकिन फिल्म प्रड्यूसर बहुत कम है।
उन्होंने बताया कि महिला पर आधारित बॉक्स ऑफिस पर फिल्में तो आ रही हैं लेकिन उन्हें महिलाएं प्रोड्यूस भी करें तो ज्यादा बेहतर रहेगा। महिलाएं प्रोड्यूस तब कर पाएंगी जब वह संपन्न रहेंगी इसलिए महिलाओं का समपन्न होना बेहद जरूरी है। स्मृति बोलीं, जिस घर को महिलाएं चलाती वहां पर शिक्षा व स्वास्थ्य पर काफी निवेश किया जाता है। महिला इन दोनों की अहमियत समझती है। क्राफ्ट वर्क के बार में उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना का 9 प्रतिशत महिलाओं ने लिया और महिलाएं भी अब तेजी से बिजनेस प्लान कर रही हैं।
विदेश में जितना कारपेट बिकता है उसका 65 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में बनता है। महिलाओं का इसमें भी अहम रोल है। हिंदुस्तान की महिलाएं अपने आप में बहुत हुनर रखती हैं। कार्यक्रम में पहुंची प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि हिंदुस्तान की महिलाएं बेहतर काम कर सकती हैं. उनके पास हुनर है और वह अपने समय का सही उपयोग कर सकती हैं।