उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था, जिसके बाद इस मामले की जांच शुरू हो गयी। मामले में पीड़िता के पिता की हत्या की रिपोर्ट भी दर्ज की गयी थी। पीड़िता के पिता की हत्या के आरोप में विधायक सेंगर के भाई अतुल सिंह समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच अभी खत्म नहीं हुई थी। हर दिन इस केस की नयी-नयी परतें खुलती जा रही थीं। इस मामले में पीड़िता के पिता हुई मौत में ये बात सामने आई है कि उन्हें अवैध तमंचा देकर जेल भेजा गया था।
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का था दबाव सीबीआई जांच में पीड़िता के पिता की हत्या में अहम तथ्य सामने आए हैं। इसमें उन पुलिसकर्मियों को सीधे तौर पर निशाने पर लिया गया, जो इस घटना में शामिल थे। इस मामले में ये बात भी सामने आई है कि माखी थाना के साथ-साथ बाकी पुलिसकर्मी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के दबाव में थे।
पुलिसकर्मियों पर नजर मारपीट की घटना पर ये बात सामने आई कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने दो दिन बाद मुकदमा दर्ज किया। लेकिन टिंकू सिंह की तहरीर पर पीड़िता के पिता को न सिर्फ मारा गया बल्कि अवैध तमंचे के साथ जेल भी भेज दिया गया। इस पूरे मामले में कुलदीप सिंह सेंगर के साथ-साथ उन्नाव के पुलिसकर्मियों पर भी रडार है।