उन्नाव केस (Unnao Case) की पीड़िता के चाचा को कड़ी सुरक्षा के बीच तिहाड़ जेल से उन्नाव लाया गया, जहां सीजेएम कोर्ट (CJM Court) में सबसे पहले अभिलेखों में सफेदा लगाने के मामले में सुनवाई हुई। दो अन्य मुकदमों में गवाहों के उपस्थित न होने पर अगली तारीख में पुलिस को उनकी उपस्थिति सुनिश्चित कराने के आदेश दिए। इन मुकदमों की सुनवाई के बाद पीड़िता के चाचा को ट्रेन में लूट और आर्म्स एक्ट के मुकदमे में ज्यूडीशियल कोर्ट में पेश किया गया। अभियोजन और बचाव पक्ष की बहस पूरी होने के बाद अभियोजन की ओर से कुछ समय और मांगा गया। गवाहों के हाजिर न होने पर कोर्ट ने सम्मन जारी करते हुए 13 सितंबर को अगली पेशी में हर हाल में उपस्थित होने के आदेश दिए। इसके बाद उसे एसीजेएम की कोर्ट ले जाया गया। यहां सीबीआई के प्रमुख गवाह की हत्या की गलत सूचना देने, एक अन्य मामले में झूठी सूचना देने और फर्जी टीसी के मुकदमे की सुनवाई हुई। फर्जी टीसी मामले में पीड़िता और उसकी मां के दिल्ली एम्स में होने के कारण कोर्ट ने 13 सितंबर को अगली सुनवाई की तारीख दी।