तीन मामलों में चार्जशीट दाखिल- दाखिल की गई चार्चशीट में आपराधिक साज़िश, सबूत मिटाने, आर्म्स एक्ट के तहत 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें सेंगर, तत्कालीन माखी एसओ अशोक भदौरिया, दारोगा केपी सिहं, सिपाही आमिर खान के नाम शामिल है। चार्जशीट में सीबीआई द्वारा बताया गया है कि गैंगरेप पीड़ित लड़की के पिता को फर्जी तरीके से अरेस्ट किया था। अरेस्ट करने के बाद उनकी पुलिस कस्टडी में पिटाई हुई। पीड़िता के पिता को कट्टा लगाकर फर्जी मामले में फंसाया गया था। CBI की तीसरी चार्जशीट में 6 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। उन्नाव केस में CBI की यह एतिहासिक कार्रवाई मानी जा रही है। दरअसल यह जोखिम भरा था ये केस, लेकिन सीबीआई टीम ने मेहनत कर 90 दिन के अंदर तीनों मामलों की चार्जशीट दाखिल की है।
इससे पहले दो चार्जशीट हो चुकी है दाखिल- आपको बता दें कि दो दिन पहले 11 जुलाई न उससे पहले 7 जुलाई को भी सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी। 7 जुलाई को सीबीआई ने पीड़िता के पिता की पीट-पीटकर हत्या के मामले में 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें नामजद विनीत, सोनू, बउआ संग सुमन सिंह उर्फ शशि प्रताप सिंह और विधायक कुलदीप के भाई अतुल सिंह सेंगर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई थी। सीबीआई की रोशनउद्दौला कोर्ट में विवेचक अनिल कुमार ने इस चार्जशीट को दाखिल किया था। वहीं 11 जुलाई को सीबीआई जज वत्सल श्रीवास्तव की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी। जिसमें विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और दो अन्य के खिलाफ सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हुई थी। इस चार्जशीट में शशि प्रताप सिंह उर्फ सुमन को भी आरोपी बनाया गया था।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दिया बयान- सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद अब भाजपा भी कुलदीप के बारे में कुछ भी बोलने से बच रही है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी मामला अदालत में विचाराधीन है। अगर अदालत उन्हें इस आरोप में सजा देगी तो उनपर कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी कुलदीप ने कहा- नहीं हुआ मेरे साथ न्याय- भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने मामले में कहा है कि सीबीआई ने मेरे साथ न्याय नहीं किया है। मैं एक राजनीतिक व्यक्ति हूं और मुझे न्याय मिलना चाहिए था जो मुझे नहीं मिला। अब मैं कोर्ट में जाऊंगा। मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप झूठे व गलत हैं।