उन्नाव पुलिस ने ट्वीटर पर घटना का सही व पूरा वीडियो साझा किया तो प्रियंका को अपना ट्वीट डिलीट करना पड़ा। तथ्यों की पड़ताल किए बिना मामले पर टिप्पणी करने पर प्रियंका के इस कदम से उनकी किरकिरी हुई।
वीडियो का आधा हिस्सा शेयर कर बहाए घड़ियाली आंसू: शलभमणि त्रिपाठी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि उन्नाव मामले में सफेद झूठ सामने आया है। उन्होंने कई सारे ट्वीट कर प्रियंका पर प्रहार किया। शलभमणि त्रिपाठी ने पूरा वीडियो ट्वीट कर कहा, ‘वीडियो का आधा हिस्सा शेयर करके राजपरिवार के उन नेताओं ने खूब घड़ियाली आंसू बहाए, जो एयरकंडिशनर में बैठ कर ट्विटर के भरोसे सियासत करते हैं।’ वीडियो में जिस व्यक्ति को पुलिस की लाठीचार्ज के बाद अधमरा बताया गया था, वही व्यक्त मौका पाते ही वहां से भाग जाता है। इसी संबंध में शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रियंका का कथित अधमरा भागा तो दूसरी तरफ एसी कमरों में बैठे ट्विटर के सहारे राजनीति करने वाले ट्वीट डीलित कर भागे। उन्होंने कहा प्रियंका के झूठ के भागते हुए पांव सबको दिख रहे हैं।
एक अन्य ट्वीट में शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि षडयंत्र रचने वाले राजा रजवाड़े और उनके इशारे पर अफवाह फैलाने वाले राजदरबारी वीडियो सामने आने के बाद सन्नाटे में हैं। बता दें कि प्रियंका ने किसानों के प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज का वीडियो शेयर कर लिखा था, ‘उप्र के सीएम क्या केवल किसानों पर लच्छेदार भाषण ही दे पाते हैं? क्योंकि भाजपा सरकार में किसानों का अपमान ही होता रहता है। उन्नाव में जमीन का मुआवज़ा मांग रहे किसानों की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। महिला किसानों को भी पीटा गया। किसानों की जमीन ली है तो मुआवजा तो देना ही होगा।’
36 नामजद पर मुकदमा दर्ज उन्नाव में प्रदर्शन की घटना के बाद गंगाघाट कोतवाली में किसानों के खिलाफ अब तक 36 नामजद व 400 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें यूपीसीडा की तरफ से सात नामजद व 200 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं, दूसरे मामले में 29 नामजद और 200 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया। घटनाक्रम में अब तक पांच को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।