ये 12 लोग हैं सेंगर के करीबी- उन्नाव गैंगरेप मामले में जांच एजेंसी सीबीआई ने उन्नाव के माखी गांव में जिन एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है, बताया जा रहा है कि वे आरोपी कुलदीप सेंगर के काफी करीबी हैं। मंगलवार सुबह यह नोटिस सीआरपीसी की धारा 160 के तहत जारी किया है जो पीड़िता के पिता की मौत से संबंधित है। सीआरपीसी के तहत दर्ज पीड़िता के बयान को अब इस केस में अहम सबूत माना जाएगा जिसमें पीड़िता अपना बयान बदल नहीं सकती। यदि वो ऐसी करती है तो उस पर झूठी गवाही देने का केस चल सकता है।
3 दिन में होगी इन लोगों से पूछताछ- जिन 12 लोगों को नोटिस जारी किया गया है, उन सभी को 3 दिन के अंदर पूछताछ के लिए सीबीआई के समक्ष पेश होना होगा। ये लोग किसी ना किसी रूप में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुडे हुए हैं, इसी कारण सीबीआई उनसे इस मामले में पूछताछ करना चाहती है।
पिछले सप्ताह हुई थी सेंगर और शशि की पॉस्को कोर्ट में पेशी- इससे पहले पिछले हफ्ते 10 मई को आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसकी सहयोगी शशि सिंह की POCSO कोर्ट में पेशी हुई थी। पेशी के लिए शशि सिंह को सीतापुर जेल से उन्नाव ले जाया गया था, जहां उसका बयान रिकॉर्ड होने के बाद उसे वापस जेल भेज दिया गया था। वहीं सेंगर की पेशी सीतापुर जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई थी। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा कारणों से विधायक की पेशी वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिए होती है। अब मामले में अगली सुनवाई 25 मई को होगी।
परिवार ने कहा- कुलदीप को दी जाए मौत की सजा- उन्नाव गैंगरेप मामले की सीबीआई को कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ कई अहम सबूत मिले हैं, जो इस बात की पुष्टी करते हैं कि पीड़िता की शिकायत सही थी। सेंगर के खिलाफ मिले सबूत पाए जाने पर पी़ड़िता के चाचा ने कोर्ट से अपील की थी कि अपराधी को मृत्युदंड दिया जाए। परिवार की सलामती के लिए चाचा की मांग है कि कुलदीप सिंह सेंगर को मौत की सजा सुनाई जाए। वहीं चाचा की मांग है कि उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा चाहिए, ताकि वे कोर्ट में बिना डरे अपना बयान दे सकें।